आर्थिक विकास में बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व : प्रो. जयानंद

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आर्थिक विकास में बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व : प्रो. जयानंद


आर्थिक विकास में बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व : प्रो. जयानंद


आर्थिक विकास में बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व : प्रो. जयानंद


मेरठ, 27 अप्रैल (हि.स.)। एसएलसीएस, शोभित विश्वविद्यालय अनुसंधान और आईपीआर सेल ने शनिवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सहयोग से विश्व बौद्धिक संपदा दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया। वक्ताओं ने कहा कि आर्थिक विकास में बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व है।

शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जयानंद ने आईपीआर की उपयोगिता के बारे में विस्तृत रूप से बताया। पेटेंट डिजाइन ट्रेडमार्क महानियंत्रक के सहायक नियंत्रक अरुणेंद्र सिंह और एन्नोबल आईपी नोएडा की उपाध्यक्ष बिजनेस रणनीति व संचालन सेतु मिश्रा ने कहा कि आज के समय में जो भी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर एवं इकोनामिक डेवलपमेंट हो रहा है, उसमें बौद्धिक संपदा का विशेष महत्व है। क्योंकि देश में जितना भी इनोवेशन होगा देश उतना ही आगे जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन लेफ्टिनेंट डॉ. कुलदीप कुमार और आईपीआर सेल के कॉर्डिनेटर डॉ. मोहम्मद आमिर ने किया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. गणेश भारद्वाज, एसएलसीएस के निदेशक प्रमोद गोयल, निहारिका पिलानिया आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/राजेश

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