प्रशासन के आश्वासन पर सपा विधायक का अनशन समाप्त
मेरठ, 11 दिसम्बर (हि.स.)। निजी अस्पतालों में मनमानी के खिलाफ आंदोलन कर रहे सपा विधायक अतुल प्रधान का आमरण अनशन सोमवार को प्रशासन के आश्वासन पर समाप्त हो गया। कमिश्नरी पार्क में आयोजित महापंचायत में सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की उपस्थिति में विधायक ने निजी अस्पतालों की अव्यवस्था होने पर फिर से आंदोलन की चेतावनी दी और अनशन समाप्त कर दिया।
निजी अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ आठ दिन से सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान का कलक्ट्रेट में आमरण अनशन चल रहा था। सोमवार को कमिश्नरी पार्क में सपा विधायक ने महापंचायत का आयोजन किया। इस महापंचायत में जनपद के कोने-कोने से हजारों लोग शामिल हुए। पुलिस प्रशासन ने महापंचायत को देखते हुए जगह-जगह बेरीकैडिंग की और वाहनों को डायवर्ट किया। इस महापंचायत में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी शामिल हुए।
अपर जिलाधिकारी सिटी बृजेश सिंह और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने महापंचायत के मंच पर पहुंच कर सपा विधायक की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। एडीएम सिटी ने कहा कि अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिलने पर सीएमओ कार्रवाई करेंगे। इस पर विधायक ने बीच में ही टोकते हुए अस्पतालों से बाउंसर को हटाने के लिए कहा। एडीएम प्रशासन ने अस्पतालों में रेट की सूची का बोर्ड लगवाने की बात कही। आयुष्मान कार्ड योजना में धांधली करने वाले पांच अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। एक अस्पताल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट का सूचना बोर्ड भी मिलेगा। दूसरे डॉक्टरों के नाम पर इलाज करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। डॉक्टरों की फीस 200 रुपए तय करने की मांग नीतिगत फैसला होने के कारण शासन को भेजा जा रहा है। अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले डॉक्टरों व अस्पतालों की जांच सक्षम स्तर से कराई जाएगी। डॉक्टरों द्वारा खुद की दवाई बनवाकर बेचने की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।
अतुल प्रधान ने कहा कि सभी शिकायतों पर अमल के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को 30 दिन का समय दिया गया। इसके बाद न्यूटिमा अस्पताल में जन्म बच्ची के हाथ से जूस पीकर विधायक ने अपना अनशन समाप्त कर दिया।
सिर्फ अनशन समाप्त हुआ है, आंदोलन नहीं
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि सिर्फ अनशन समाप्त हुआ है, आंदोलन नहीं। इस जनहित के मुद्दे पर जनता को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष ने सपा मुखिया अखिलेश यादव की मोबाइल पर अतुल प्रधान से बात कराई। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पूरी तरह से इस आंदोलन में अतुल प्रधान के साथ है। गूंगी-बहरी सरकार के राज में न्याय की उम्मीद नहीं है, ऐसे में हम अपना जांबाज सिपाही भेंट नहीं चढ़ा सकते। इसका मतलब ये नहीं है कि यह आंदोलन आज समाप्त हो गया। अब नई धार के साथ अतुल प्रधान के नेतृत्व में ही यह आंदोलन होगा।
विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके आंदोलन को दूसरा रूप देने का प्रयास किया, लेकिन जनता का साथ मिलने से मजबूत होते चले गए। इस अवसर पर सपा नेता संजय लाठर, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, डॉ. विजय राठी, सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान आदि उपस्थित रहे।
महापंचायत में दिखी सपा की गुटबाजी
नगर निकाय चुनाव के समय से बढ़ी सपा की अंदरूनी गुटबाजी महापंचायत में दिखाई दी। अतुल प्रधान के आंदोलन से सपा के किठौर विधायक शाहिद मंजूर, मेरठ शहर विधायक रफीक अंसारी, सिवालखास के रालोद विधायक (पूर्व में सपा नेता) गुलाम मोहम्मद समेत तमाम दिग्गज नहीं पहुंचे। सपा नेता विपिन मनोठिया ने जब मंच पर चढ़ने की कोशिश की तो विधायक अतुल प्रधान ने उन्हें मंच पर नहीं चढ़ने दिया। इसके बाद विपिन मनोठिया महापंचायत से चले गए।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम
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