समाजवादी पुरोधा डॉ राम मनोहर लोहिया याद किए गए, जयंती पर योगदान का जिक्र
वाराणसी, 23 मार्च (हि.स.)। समाजवादी पुरोधा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ राममनोहर लोहिया की 115वीं जयंती शनिवार को मनाई गई। राजातालाब भैरवतालाब स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया पीजी कॉलेज में उनके मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। महाविद्यालय के प्रबंधक सुशील कुमार उर्फ तोयज ने समाजवादी पुरोधा के जीवन संघर्ष को बताया। उन्होंने कहा कि डॉ लोहिया समता मूलक समाज की स्थापना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने जीवन भर संघर्ष किया। महाविद्यालय के संस्थापकों ने लोहिया की नीतियों से प्रभावित होकर महाविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष कुमार ने डॉ लोहिया के विचारों और समाज में किए गए योगदान का उल्लेख किया। अन्य वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्र भारत की राजनीति और चिंतन धारा पर जिन गिने-चुने लोगों के व्यक्तित्व का गहरा असर हुआ है, उनमें डॉ राम मनोहर लोहिया प्रमुख रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन चीफ प्राक्टर डॉ कृपाशंकर पाठक ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ अखिलेश कुमार मिश्रा, डॉ अरुण कुमार राय, डॉ सुमन लता, डॉ एनएन राय, डॉ रणधीर सिंह आदि ने भी भागीदारी की।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश
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