शोभित विश्वविद्यालय के प्रोफेसर इंडिया डिजिटल एग्रीकल्चर काउंसिल के अध्यक्ष नियुक्त
मेरठ, 31 मई (हि.स.)। शोभित विश्वविद्यालय मेरठ के प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. एम. मोनी को नवगठित इंडिया डिजिटल एग्रीकल्चर काउंसिल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे शिक्षकों और छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशन सेंटर में 29 मई को भारतीय खाद्य एवं कृषि परिषद के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में इंडिया डिजिटल एग्रीक्लचर काउंसिल का उद्घाटन समारोह हुआ। इस कार्यक्रम में नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स के पूर्व महानिदेशक व शोभित विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरिट्स प्रो. एम मोनी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इससे पहले भारतीय खाद्य एवं कृषि परिषद ने नई दिल्ली में डिजिटल कृषि पर राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया। इंडिया डिजिटल एग्रीकल्चर काउंसिल का दृष्टिकोण भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक गतिशील और परिवर्तनकारी भविष्य की कल्पना करता है। इसके उद्देश्यों में सहयोगी साझेदारियों को सुविधाजनक बनाना, किसानों को डिजिटल साक्षरता के माध्यम से सशक्त बनाना, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाने को प्रोत्साहित करना, डिजिटल एकीकरण के लिए रणनीतियाँ विकसित करना और समावेशी नीति ढांचे की वकालत करना शामिल है।
शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने प्रो. एम. मोनी को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रो. मोनी के सक्षम नेतृत्व में इंडिया डिजिटल एग्रीकल्चर काउंसिल अपने उद्देश्यों, दृष्टिकोण, मिशन और एजेंडा के अनुरूप उत्कृष्ट कार्य करेगा। शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) विनोद कुमार त्यागी के साथ-साथ उद्यमियों, शैक्षणिक संस्थानों और गैर-सरकारी संगठनों ने प्रो. मोनी को देश में डिजिटल कृषि और स्मार्ट जनजातीय खेती के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान पर बधाई दी।
प्रो. एम. मोनी डिजिटल कृषि के क्षेत्र में एक विशिष्ट व्यक्ति हैं, जो अपने व्यापक योगदान और नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं। नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर के पूर्व महानिदेशक और शोभित विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरिटस के रूप में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में डिजिटल पहलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इंडिया डिजिटल एग्रीकल्चर काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति एक तकनीकी रूप से सशक्त कृषि क्षेत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण का प्रमाण है।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित
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