शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वाराणसी पहुंचे, बटुकों और संतों ने किया स्वागत
-29 जनवरी को करेंगे मूल विश्वनाथ मन्दिर की परिक्रमा
वाराणसी, 27 जनवरी (हि.स.)। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का वाराणसी में शनिवार को संतों और बटुकों ने गर्मजोशी से स्वागत-वन्दन किया। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से यहां राजघाट आए शंकराचार्य गंगा नदी के रास्ते शंकराचार्य घाट स्थित श्री विद्यामठ में पहुंचे। मठ में गौ माता का दर्शन कर उनको गौ-ग्रास खिलाया। वैदिक आचार्य करुणाशंकर मिश्र सहित मठवासियों ने शंकराचार्य का चरण पादुका पूजन कर उनका वन्दन किया। उसके बाद भक्तों ने सामूहिक रूप से उनकी आरती उतारी। शंकराचार्य काशी प्रवास के दौरान अनेकों धर्मानुष्ठान व मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
शंकराचार्य ने बताया कि 29 जनवरी को अपराह्न 3 बजे वे मूल विश्वनाथ मन्दिर की परिक्रमा करेंगे। आगामी 2 फरवरी को शंकराचार्य महाराज के माघ पर्व महोत्सव के लिए प्रयागराज प्रस्थान करेंगे। जहां गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए चारों वर्तमान शंकराचार्यों के आशीर्वाद से समस्त गौ-भक्तों की ओर से गोपालमणि नेतृत्व में संचालित गौ संसद का आयोजन किया जाएगा।
शंकराचार्य का स्वागत साध्वी पूर्णाम्बा, साध्वी शारदाम्बा, ब्रह्मचारी मुकुन्दानन्द, ब्रह्मचारी परमात्मानन्द, संजय पाण्डेय, रवि त्रिवेदी, हरिनाथ दुबे, कृष्णकान्त उपाध्याय आदि ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश
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