चातुर्मास व्रत पूर्ण कर गुवाहाटी से गोवर्धन पहुंचे शंकराचार्य, श्रद्धालुओं ने किया भव्य स्वागत
--भगवामय हुआ सम्पूर्ण असम, वैदिक मंत्रों से गूंजता रहा पूर्वोत्तर भारत
गोवर्धन, 26 सितम्बर (हि.स.)। चातुर्मास व्रत पूर्ण होने के बाद पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षाजानंद देवतीर्थ महाराज गुवाहाटी से गोवर्धन स्थित शंकराचार्य आश्रम में पहुंच गए हैं। यहां आने पर शंकराचार्य का आश्रम के साधुसंत एवं स्थानीय श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान शंकराचार्य ने लोगों को पूर्वोत्तर के धार्मिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही देशवासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की।
गोवर्धन आगमन से पूर्व शंकराचार्य अधोक्षजानंद देवतीर्थ का गुवाहाटी के राजभवन में भव्य स्वागत किया गया। राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने शंकराचार्य का असमिया गमछा एवं मां कामाख्या का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। साथ ही शंकराचार्य से असम एवं पूर्वोत्तर राज्यों के सांस्कृतिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक विकास तथा उसके संरक्षण पर व्यापक चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि शंकराचार्य ने इस वर्ष गुवाहाटी में चातुर्मास व्रत पूर्ण किया है। इस दौरान उनके सानिध्य में 9 से 17 सितम्बर तक श्री श्री रुद्र महायज्ञ एवं मां कामेश्वरी आराधना का आयोजन किया गया। महायज्ञ में बड़ी संख्या में कई राज्यों के जनप्रतिनिधियों, श्रद्धालुओं एवं उद्योगपतियों ने भाग लिया। इनमें जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा शर्मा, प्राइड ईस्ट इंटरटेनमेंट की प्रबंध निदेशक रिनिकी भुइंया शर्मा, विदेश राज्य मंत्री भारत सरकार पवित्र मार्ग्रेटा, सांसद एवं लोकसभा में सचेतक दिलीप सैकिया, लोकसभा सांसद एवं राष्टीय सचिव भाजपा कामाख्या प्रसाद तासा, असम के विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी, त्रिपुरा के विधानसभा उपाध्यक्ष राम प्रसाद पाल, अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चौना मीन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं अरुणाचल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री वीयुराम वागे, असम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भावेश कलिता, विभिन्न प्रांतों के अनेक मंत्री, सांसद एवं विधायक गण, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश उन्नी कृष्णन नायर, केरल त्रावणकोर महाराज के उत्तराडम तिरुनाल मार्तण्ड वर्मा ट्रस्ट एवं विश्व स्तरीय धार्मिक, सामाजिक सेवा में कार्यरत श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुण्ड चित्रकूट सतना मध्यप्रदेश के प्रतिनिधि सहित पूर्वोत्तरीय राज्यों एवं देशभर के असंख्य श्रद्धालू शामिल रहे।
नव दिवसीय श्री श्री रुद्र महायज्ञ एवं मां कामेश्वरी आराधना के इतर भी अनेकानेक अनुष्ठान किए गए। इस दौरान विद्वान आचार्यों एवं बटुकों के वैदिक मंत्रोचार से गुवाहाटी का खानपारा स्थित विशाल यज्ञशाला परिसर एवं आसपास का वातावरण गूंजता रहा। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं का सुबह से शाम तक तांता लगा रहा। चित्रकूट, जम्मू कश्मीर, तिरुवनंत पुरम, प्रयागराज, भूटान, नेपाल आदि स्थानों से आये आचार्यों ने अनुष्ठान संपन्न कराया। चातुर्मास के दौरान दो माह तक पूर्वोत्तर के राज्यों का वातावरण भक्तिमय बना रहा। विभिन्न स्थानों पर भगवा ध्वज लहराते रहे। श्रद्धालुओं ने आदि शंकराचार्य की चरण पादुका का पूजन अर्चन किया एवं पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य अधोक्षाजानंद देवतीर्थ से आशीर्वाद प्राप्त किया।
शंकराचार्य गोवर्धन परिक्रमा मार्ग स्थित आद्य शंकराचार्य आश्रम में कुछ दिन प्रवास करेंगे। इसके बाद सनातन धर्म के प्रचार हेतु अखण्ड भारत यात्रा पर निकलेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा
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