समरसता भोज समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण करना : दिलीप पटेल

समरसता भोज समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण करना : दिलीप पटेल
WhatsApp Channel Join Now
समरसता भोज समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण करना : दिलीप पटेल


समरसता भोज समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण करना : दिलीप पटेल


--चन्द्रमा, शनि और बुद्ध तीनों ग्रहों के संयोजन से खिचड़ी तैयार

--मकर संक्रांति भोज में समरसता के स्वाद के साथ मिली एकता की भावना

प्रयागराज, 15 जनवरी (हि.स.)। सामाजिक समरसता भोज मात्र एक भोज का आयोजन नहीं, बल्कि इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गो को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण करना हैं।

यह बातें मुख्य अतिथि भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल ने कौशाम्बी विकास परिषद के तत्वावधान में सांसद विनोद सोनकर द्वारा आयोजित सामाजिक समरसता भोज में सम्बोधित करते हुए कही। धूमनगंज स्थित हनुमान वाटिक में मकर संक्रांति पर्व पर आयोजित इस समरसता भोज में उन्होंने आगे कहा कि मकर संक्रान्ति में जो हम खिचड़ी खाते हैं, उसमें प्रयोग होने वाला चावल हमेशा नया प्रयोग किया जाता है। चावल चन्द्रमा का प्रतीक है। उसमें प्रयोग होने वाली उड़द की दाल शनि का प्रतीक है और खिचड़ी में प्रयोग होने वाली सब्जियां बुद्ध की पहचान हैं। चन्द्रमा, शनि और बुद्ध इन तीनों ग्रहों के संयोजन से हमारी खिचड़ी तैयार होती हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसी खिचड़ी खाने से आगामी एक साल तक आप निरोगी रहते हैं।

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में बहुत से लोगों ने बलिदान दिया है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे समय में मंदिर बना। कुछ लोग कह रहे हैं कि अभी मंदिर पूरा नही बना है और प्राण प्रतिष्ठा की जा रही हैं। उनसे मैं कहना चाहूंगा कि भगवान हर जगह विराजमान हैं। 22 जनवरी को बहुत ही शुभ दिन है। आप सभी से आग्रह है कि उस दिन आपके घर के आस पास जहां कही भी मंदिर हो वहा भजन किर्तन करें एवं दीप जलायें। प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से आप अपनी सुविधानुसार अयोध्या जाकर प्रभु श्रीराम के दर्शन करें। मुझे अयोध्या में कल से होने वाले अनुष्ठान में शामिल होने का निमंत्रण मिला है जिसके लिए मैं आज ही अयोध्या जा रहा हूं।

सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि हर जाति वर्ग के लोगों को जोड़कर ही सामाजिक समरसता लाई जा सकती हैं। इस तरह के कार्यक्रम से आपसी भाईचारा बढ़ता है और देश प्रगति के पथ पर बढ़ता है। उन्होंने बताया कि कौशाम्बी महोत्सव के माध्यम से कौशाम्बी को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। कौशाम्बी के चरवा में भगवान श्रीराम ने अपने वनवास जाते समय एक रात बितायी थी। 22 जनवरी को कौशाम्बी विकास परिषद की ओर से चरवा में कौशाम्बी की अयोध्या नाम से भव्य रामकथा का आयोजन मिश्र बंधुओं द्वारा किया जायेगा।

कार्यक्रम में गायक मनोज गुप्ता ने अपनी टीम के साथ श्रीराम के भजनों की विशेष प्रस्तुति दी, जिसमें लोग खिचड़ी के स्वाद के साथ भजनों में भी डूबे रहे। इस भोज में श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए बाजरे की भी खिचड़ी खिलाई गई। प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, मिर्जापुर एवं वाराणसी के भाजपा नेताओं के साथ-साथ आमजन ने भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर महापौर गणेश केसरवानी, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, शशि वार्ष्णेय, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र, प्रतापगढ़ भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव, फूलपुर विधायक प्रवीण पटेल, सिराथू के पूर्व विधायक शीतला प्रसाद पटेल आदि सम्मिलित हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story