वैज्ञानिक संगोष्ठी में वरिष्ठ चिकित्सकों ने हृदय स्वस्थ रखने के दिये टिप्स
प्रयागराज, 05 मई (हि.स.)। वरिष्ठ इंटरवेन्शनल कार्डियोलॉजिस्ट फोर्टिस गुड़गांव के डॉ मुकुल भार्गव ने वैज्ञानिक संगोष्ठी में अपने व्याख्यान में बताया कि आम जनमानस को अपना हृदय स्वस्थ रखने के लिये अपनी दिनचर्या व्यायाम, योग द्वारा सक्रिय जीवन शैली अपनानी चाहिए। पूर्ण निद्रा, कम तनाव धूम्रपान रहित जीवन शैली इसका मूल मंत्र है।
रविवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के कनवेन्शन सेंटर में एएमए अध्यक्ष डॉ कमल सिंह की अध्यक्षता में आयोजित वैज्ञानिक संगोष्ठी में डॉ मुकुल भार्गव ने ‘हृदय सम्बंधी देखभाल में बैलूनिंग और स्टेन्ट व अत्याधुनिक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी पद्धति द्वारा उपचार’ विषय पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने कहा कि इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी एक विशेषज्ञता है जो कैथेटर नामक छोटी ट्यूबों का उपयोग करके हृदय और रक्त वाहिका की स्थिति का निदान और उपचार करती है। इन छोटी ट्यूबों के साथ काम करना, जिन्हें वे आपकी रक्त वाहिकाओं में डालते हैं, प्रदाताओं को ओपन हार्ट सर्जरी करने से बचने की अनुमति देता है।एक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट आपके हृदय या रक्त वाहिकाओं पर न्यूनतम आक्रामक प्रक्रियाएं करने के लिए कैथेटर का उपयोग करता है। इसका मतलब उन्हें बड़ा चीरा लगाने की जरूरत नहीं है, जिसे स्टर्नोटॉमी कहा जाता है।
डॉ रोहित गोयल ने कहा कि किसी इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा की जाने वाली सबसे आम प्रक्रिया आपकी कोरोनरी (हृदय) धमनी में एंजियोप्लास्टी और स्टेंट लगाना है। इस न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया के साथ, वे आपके हृदय की धमनियों में से किसी एक में रुकावट का पता लगाने के लिए एक कैथेटर का उपयोग कर सकते हैं। फिर, वे एक छोटे गुब्बारे का उपयोग करके आपके रक्त के लिए एक रास्ता बनाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को आपकी धमनी की दीवार पर धकेलता है। जरूरत पड़ने पर वे उस रास्ते को स्टेंट (तार जाल उपकरण) से खुला रख सकते हैं। आपके हृदय में रक्त के प्रवाह को बहाल करना दिल के दौरे के लिए एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है।
इस अवसर पर एएमए अध्यक्ष डॉ कमल सिंह ने वक्ता को स्मृति चिंन्ह एवं चेयरपर्सन डॉ राजीव अग्रवाल, डॉ विनीत अग्रवाल और डॉ अभिषेक सचदेवा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सहायक सचिव एएमए डॉ राजीव गौतम ने संगोष्ठी का संचालन तथा एएमए सचिव डॉ आशुतोष गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
संगोष्ठी में डॉ शार्दूल सिंह, डॉ सुबोध जैन, डॉ आरकेएस चौहान, डॉ सुजीत सिंह, डॉ युगान्तर पाण्डेय, डॉ राजेश मौर्या, डॉ अनूप चौहान, डॉ अभिनव अग्रवाल, डॉ सपन श्रीवास्तव, डॉ उत्सव सिंह आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/बृजनंदन
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