भारतीय संविधान देश को संप्रभु एवं अखंड बनाए रखने में सक्षम व समर्थ : प्रो पंकज कुमार

भारतीय संविधान देश को संप्रभु एवं अखंड बनाए रखने में सक्षम व समर्थ : प्रो पंकज कुमार
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भारतीय संविधान देश को संप्रभु एवं अखंड बनाए रखने में सक्षम व समर्थ : प्रो पंकज कुमार


--राम मंदिर का निर्माण सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक : डॉ.अल्पना

प्रयागराज, 28 जनवरी (हि.स.)। हमारे संविधान को संविधान निर्माताओं ने इतना सोच समझकर, लचीला और मजबूत बनाया है कि देश की संप्रभुता, अखंडता और एकता को कोई खतरा नहींं हो सकता है। हमारे संविधान ने मौलिक अधिकारों को स्पष्ट रूप से उल्लिखित किया है। जबकि अमेरिका के संविधान में प्रारम्भ में मौलिक अधिकारों को सम्मिलित नहीं किया गया था।

उक्त विचार मुख्य अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय राजनीति शास्त्र विभाग के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार ने भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा द्वारा आयोजित भारतीय संविधान विषय पर संगोष्ठी में व्यक्त किया। सिविल लाइन स्थित एक होटल में उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में राज्यों को उस प्रकार से नहीं जोड़ा गया जिस प्रकार से सोवियत रूस की स्थिति रही। बल्कि इसे राज्यों का संघ बनाया गया। परंतु किसी भी राज्य को संघ से अलग होने का अधिकार नहीं है। प्रो. पंकज कुमार ने कहा कि यह भारतीय संविधान द्वारा देश की जनता को दी गई शक्ति का ही परिणाम है कि आपातकाल जैसी स्थितियों से भी देश आसानी से निकलकर बाहर आ गया। हमारा संविधान देश के सामने आने वाली किसी भी चुनौती से निपटने में जनता और सभी निकायों को पूरी तरह से सक्षम बनाता है।

भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा की अध्यक्ष डॉ. अल्पना अग्रवाल ने कहा कि लोकतंत्र की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के बाद राम मंदिर का निर्माण भारत में हुए सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि 75 वर्ष पूरा होने के बाद भी आज लोकतंत्र के लोक सेवक अपने को मालिक समझते हैं और जनता के कार्यों को करके उसे अपना कर्तव्य नहीं, उन पर एहसान जताते हैं, और उनके साथ बदसलूकी करते हैं। यह लोकतंत्र का अपमान है। हम सब शिक्षित वर्ग का यह कर्तव्य है कि लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करें और जनता को यह भी बताएं कि उनके लिए कार्य करने वाले अधिकारी उनके सेवक हैं, उनके मालिक नहीं।

पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष सीए डॉ नवीन चंद्र अग्रवाल मुख्य अतिथि का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन सचिव डॉ. विवेक भदौरिया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. उमेश प्रताप सिंह ने किया। मुख्य अतिथि का परिचय डॉ. राजेश कुमार गर्ग ने दिया। कार्यक्रम में प्रयाग प्रांत की अध्यक्ष निशा जायसवाल, प्रांतीय सचिव सुनील धवन, राकेश मित्तल, एडवोकेट आरपी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील कांत मिश्रा, राजीव महेश्वरी, डॉ बृजेश कुमार, डॉ पुरुषोत्तम केसरवानी, स्नेह मधुर, डॉ नीरज सिंह, डॉ अरुण वर्मा, अरुण जायसवाल, आलोक शाह, डॉ रितेश अग्रवाल, राज नारायण अग्रवाल, डॉ. विनय शांगुली, त्रिवेणी शाखा के अध्यक्ष दरबारी सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम

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