आईएमए की हड़ताल की चेतावनी के बाद न्यूटिमा अस्पताल की सीलिंग टली
मेरठ, 05 दिसम्बर (हि.स.)। न्यूटिमा अस्पताल को सील करने के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हड़ताल पर जाने की चेतावनी के बीच मेरठ विकास प्राधिकरण बैकफुट पर आ गया। मंगलवार को न्यूटिमा अस्पताल पर सील लगाने की कार्रवाई टाल दी गई। इसके लिए शहर में सार्वजनिक कार्यक्रमों के चलते पुलिस फोर्स नहीं मिलने को कारण बताया जा रहा है। सीएमओ ने भी न्यूटिमा अस्पताल से मरीजों को शिफ्ट करने के लिए 15 दिन का समय मांगा है।
न्यूटिमा अस्पताल में सपा विधायक अतुल प्रधान और डॉक्टरों के बीच हुआ विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। सपा विधायक ने निजी अस्पतालों पर मरीजों को लूटने का आरोप लगाकर कलक्ट्रेट में आमरण अनशन शुरू कर दिया है तो मेरठ विकास प्राधिकरण ने नियमविरुद्ध बने न्यूटिमा अस्पताल के बेसमेंट पर सील लगाने का आदेश जारी कर दिया। सील लगाने के लिए जिला प्रशासन से मजिस्ट्रेट और एसपी सिटी से पुलिस फोर्स मांगने के लिए पत्र लिख दिया। इससे पहले न्यूटिमा अस्पताल के गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने के लिए भी सीएमओ को पत्र लिखा गया। इसके विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दे दी। मंगलवार सुबह से ही पूरे शहर के डॉक्टर न्यूटिमा अस्पताल में इकट्ठा हो गए। मामले को तूल पकड़ता देखकर एसपी सिटी ने भैरव जयंती, छह दिसम्बर पर शहर में शोभायात्रा निकलने और अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों के कारण पुलिस फोर्स उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया। सीएमओ ने भी मरीजों को शिफ्ट करने के लिए 15 दिन का समय मांग लिया। पुलिस फोर्स नहीं मिलने के कारण मेरठ विकास प्राधिकरण ने न्यूटिमा अस्पताल को सील करने की कार्रवाई स्थगित कर दी। इससे पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली तो डॉक्टरों ने इसे अपनी जीत बताया है।
इससे पहले आईएमए की बैठक में डॉक्टरों ने प्राधिकरण से न्यूटिमा अस्पताल की व्यवस्था बनाने के लिए तीन सप्ताह का समय मांगा था। समय नहीं मिलने और अस्पताल को सील करने पर डॉक्टरों ने अस्पतालों व क्लीनिकों की चाबी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को सौंपकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। इससे पहले न्यूटिमा अस्पताल के शमन के आवेदन को भी प्राधिकरण ने अस्वीकृत कर दिया।
आईएमए का कहना है कि अस्पताल ने हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल की हुई है, जिस पर अभी सुनवाई की जानी है। न्यूटिमा अस्पताल में आईएमए के अध्यक्ष डॉ. संदीप जैन, सचिव डॉ. तरुण गोयल, डॉ. विश्वजीत बैंबी, डॉ. संदीप गर्ग, डॉ. पुष्पेंद्र पंवार, डॉ. प्रियांक गर्ग, डॉ. अमित उपाध्याय आदि इकट्ठा हुए।
गौरतलब है कि गढ़ रोड स्थित न्यूटिमा अस्पताल का नक्शा मेरठ विकास प्राधिकरण से 28 नवम्बर 2014 को स्वीकृत कराया गया था। जिसमें लोअर बेसमेंट एवं अपर बेसमेंट में पार्किंग का प्रावधान किया गया था, लेकिन मौके पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा पार्किंग के स्थान पर मैनेजमेंट ऑफिस, पैथोलॉजी लैब व जांच केंद्र संचालित मिले। बेसमेंट का इस्तेमाल पावर हाउस के रूप में किया जा रहा है। इसलिए अस्पताल के खिलाफ 20 अक्तूबर 2021 को सीलिंग के आदेश दिए गए थे। अस्पताल संचालक की ओर से इसके खिलाफ वाद दायर किया गया था, जिसे 18 नवंबर 2022 को निस्तारित कर दिया गया। प्राधिकरण ने स्वीकृत मानचित्र में पार्किंग के लिए आरक्षित स्थल पर 40 प्रतिशत क्षेत्र में किए गए पार्टीशन को एक माह की अवधि के अंदर हटाने के निर्देश दिए गए थे। अस्पताल को 21 दिन का नोटिस दिया था, जिसकी मियाद सोमवार को खत्म हो गई।
मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बेसमेंट में सील लगाने के लिए प्रभारी अधिकारी प्रवर्तन अर्पित यादव को निर्देश दिए थे। प्रवर्तन अधिकारी अर्पित यादव के अनुसार, सीएमओ द्वारा मरीजों के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए दो सप्ताह का समय मांगा गया है। सार्वजनिक आयोजनों के कारण पुलिस प्रशासन ने फोर्स देने में असमर्थता जताई। इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/दीपक/डॉ. कुलदीप
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