फैक्ट्रियों पर मेहरबान एसडीएम ने किसान पर लगाया जुर्माना
बागपत, 25 नवंबर (हि.स.)। बागपत जिले में प्रदुषण को लेकर एक किसान से अर्थ दंड वसूला गया है। जबकि तहसील क्षेत्र के दो किमी के दायरे में प्रदुषण करने वाली फैक्ट्रियों की भरमार है। रात के अंधेरे में फैक्ट्रियों को संचालित किया जा रहा है। यह आरोप भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर ने जिला प्रशासन पर लगाया है, साथ ही प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के बागपत जिले में पिछले एक माह से प्रदुषण को लेकर हाहाकार मचा है। शासन के निर्देश है कि प्रदुषण करने वालों को चिन्हित किया जाए और कार्रवाई की जाए। खेकड़ा एसडीएम ज्योति शर्मा द्वारा पांच फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई कर खानापूर्ति को अंजाम दे दिया। लेकिन बड़ौत एसडीएम व बागपत एसडीएम ने प्रदुषण के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाए।
शासन से मिले निर्देश के बाद भी बागपत जिले में प्रशासन मौन है। लेकिन शनिवार को गन्ने की पत्ती फसल अवशेष जलाते पाये गए एक किसान पर मौके पर ही 2590 रुपये का अर्थ दंड वसूला गया है। एसडीएम सुभाष सिंह व कृषि उपनिदेशक दुर्विजय सिंह ने मौजा-अकबरपुर खसरा सं.-918 किसान राममेहर पुत्र सुखवीर निवासी ग्राम लुहारी पर यह अर्थ दंड वसूला है।
किसान पर की गयी कार्रवाई को लेकर भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने प्रशासन को चेतवानी दी है। अगर किसानों का उत्पीड़न नहीं रोका गया तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आरोप लगाया कि बड़ौत तहसील के दो किमी के दायरे में अवैध रूप से फैक्ट्रियां संचालित है जो प्रदुषण फैला रही हैं। बालू खनन और मिट्टी खनन भी किया जा रहा है। लेकिन बड़ौत एसडीएम सुभाष सिंह उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों से तहसील कर्मियों ने सांठ-गांठ कर रखी है और किसानों को टारगेट किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/राजेश
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