संविधान के प्रस्तावना में निहित उद्देश्य को हम सब को आत्मसात करना होगा-जनपद न्यायाधीश
फतेहपुर, 26 नवम्बर (हि.स.)। जिले में रविवार को संविधान दिवस के अवसर पर जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष रणंजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में विटनेश कक्ष में सभी न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ संविधान दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश ने कहा कि हम सब को संविधान के प्रस्तावना में निहित उद्देश्य को आत्मसात करना होगा । हमें अनुशासन एवं इच्छा शक्ति में रहकर सदैव अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करना चाहिये। जनपद जज रणंजय कुमार वर्मा ने उपस्थित न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भारत के संविधान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि भारत एक संसदीय प्रणाली वाला एक प्रभुता संपन्न, समाजवादी, धर्म निरपेक्ष और लोक तंत्रात्मक गणराज्य है। संविधान का निर्माण भारत देश को सुव्यवस्थित एवं अनुशासनात्मक रुप से चलाये जाने हेतु बनाया गया।
कार्यक्रम में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राकेश वर्मा बताया कि हमारा भरतीय संविधान, संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को अंगीकार किया गया। बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर भारतीय संविधान निर्माता कहे जाते है जिनकी अध्यक्षता एवं अन्य शिल्पकारों के गहन मंथन उपरान्त भारतीय संविधान अंतिम रुप से तैयार करने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे।
अधिवक्ता संघ के वरिष्ठ सदस्य प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बडा संविधान है। हमारे संविधान में दिये गये मौलिक कर्तव्यो एवं ड्यूटी आदि का पालन करना चाहिये। संविधान दिवस का आयोजन जनपद के समस्त तहसीलों में किया गया।
बैठक में जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश पाण्डेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार चैरसिया, अपर जिला जज व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नित्या पाण्डेय, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष राकेश वर्मा, महामंत्री बचानी लाल, वरिष्ठ सदस्य प्रेम प्रेकाश पाण्डेय एवं समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र/बृजनंदन
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