हाथरस हादसे के लिए संत समिति ने नारायण सरकार को ठहराया जिम्मेदार

हाथरस हादसे के लिए संत समिति ने नारायण सरकार को ठहराया जिम्मेदार
WhatsApp Channel Join Now
हाथरस हादसे के लिए संत समिति ने नारायण सरकार को ठहराया जिम्मेदार


-सनातन का मखौल उड़ाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग, सभी आरोपों की गहन जांच अति आवश्यक

वाराणसी, 04 जुलाई (हि.स.)। हाथरस हादसे के लिए अखिल भारतीय संत समिति ने नारायण सरकार हरि उर्फ भोले बाबा को जिम्मेदार ठहराया है। हादसे पर दुख प्रकट करते हुए समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि जो लोग अंधविश्वास, अंध श्रद्धा, भेदभाव और असमानता उन्मूलन जैसे प्रोजेक्ट चलाते हैं, वे आज कहां गायब हो गए हैं? महाराष्ट्र के महान दलितवादी नेता, अब चुप क्यों हैं? हादसे से मची अफरा-तफरी में बीस युवतियों के गायब होने का आरोप भी लगाया गया है। इसके साथ कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं। ऐसे में इन सभी आरोपों की गहन जांच अति आवश्यक है।

समिति के राष्ट्रीय महामंत्री ने आरोप लगाया कि कथित बाबा ने अपने अनुयायियों को अपना चरण रज देने के नाम पर रेत पर चलने के लिए मजबूर किया, जिससे भगदड़ मची और लोग घायल हो गए। स्वामी जीतेंद्रानंद ने मांग की कि अगर यह घटना सच है, तो हत्या की साजिश रचने के मामले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नारायण सरकार दूध से स्नान करता था और उस दूध से खीर बनाई जाती थी, जो अनुयायियों को वितरित की जाती थी। उन्होंने कहा, यह सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि यह व्यक्ति दलित है। कथित बुद्धिजीवी, जो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर हमला कर रहे थे, अब कहां छिपे हुए हैं?।

स्वामी जितेन्द्रानंद ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि किसी भी प्रकार की अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली योजना को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी प्रकार की साजिश या अव्यवस्था से बचने के लिए सरकार को एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी। सरकार को 15 दिन पहले से ही एहतियाती कदम उठाने चाहिए। अकेले वाराणसी जैसे शहर में, गढ़वाघाट में 10 लाख से अधिक लोग आते हैं। इसी संख्या में त्रिकुंड और पड़ाव पीठ में भक्त उपस्थित रहते है। इसके अलावा शहर में ऐसे कई मठ और पीठ जहां 10-15 हजार शिष्य अपने गुरु से आशीर्वाद लेने जाते हैं। उत्तर प्रदेश में 16 प्रमुख तीर्थ क्षेत्र हैं, जहां भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। इस भीड़ में, कोई साजिश नहीं होनी चाहिए, कोई प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story