दिल्ली के भारत मंडपम में 'सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव' 13 दिसंबर से

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दिल्ली के भारत मंडपम में 'सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव' 13 दिसंबर से


-छत्रपति शिवाजी महाराज की 'भवानी तलवार' और शिवकालीन शस्त्राें की लगेगी प्रदर्शनी

वाराणसी, 5 दिसंबर (हि.स. )। देश में पुनः सुरक्षा, संस्कृति एवं शौर्य का जागरण के साथ भारत को विश्वकल्याणकारी 'सनातन राष्ट्र' के रूप में उभरने के संदेश काे लेकर 'सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव' का आयोजन 13 से 15 दिसंबर तक नई दिल्ली में स्थित 'भारत मंडपम्' में किया जाएगा है। इस दाैरान ऐतिहासिक तथा शिवकालीन शस्त्रों का अनूठा प्रदर्शन हाेगा और सनातन संस्कृति, राष्ट्र, कला और अध्यात्म से संबंधित एक प्रदर्शनी भी लगेगी।

शंखनाद महाेत्सव 'सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन' एवं सनातन संस्था की ओर से आयाेजित किया जा रहा है। शुक्रवार को महोत्सव के स्वागत समिति के सदस्य निलेश सिंगबाळ ने पराडकर ने यहां स्मृति भवन में आयोजित पत्रकार में बताया कि दो दिवसीय इस महोत्सव में 'सनातन संस्कृति संवाद', 'सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन', राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद नक्सलवाद की पृष्ठभूमि, रक्षा नीति और राष्ट्रबल दृढ़ करने के उपाय जैसे विषयों पर विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे। उन्होंने बताया कि 13 से 15 दिसंबर तक भारत मंडपम के प्रदर्शनी हॉल क्रमांक 12 में ऐतिहासिक तथा शिवकालीन शस्त्रों का अनूठा प्रदर्शन, साथ ही सनातन संस्कृति, राष्ट्र, कला और अध्यात्म से संबंधित भव्य प्रदर्शनी भी आयोजित होगी।

उन्हाेंने बताया कि इस प्रदर्शनी में पहली बार छत्रपति शिवाजी महाराज की 'भवानी तलवार' दर्शन के लिए उपलब्ध होगी। पारंपरिक युद्धकलाओं के शौर्य बढ़ाने वाले प्रदर्शन भी इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण रहेगा। उत्तरप्रदेश के कई हिंदू संगठन, आध्यात्मिक संस्था, गीता प्रेस, अधिवक्ता, उद्योगपति, जन प्रतिनिधि तथा विचारकों को इस महोत्सव में आमंत्रित किया गया है।

'सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन' एवं सनातन संस्था का मानना है कि आज विदेशी शक्तियां, डीप स्टेट, विघटनकारी ताकतें, नक्सलवाद, लव जिहाद, लैंड जिहाद, हलाल जिहाद आदि विविध माध्यमों से भारत को कमजोर करने के प्रयास में लगी हुई है। ऐसे समय में केवल दिखावटी धर्मनिरपेक्षता पर्याप्त नहीं, बल्कि भारतभूमि में पुनः प्रभु श्रीराम, श्रीकृष्ण, छत्रपति शिवाजी महाराज की क्षात्रतेज की नितांत आवश्यकता है। देश में पुनः सुरक्षा, संस्कृति एवं शौर्य का जागरण हो, इसके लिए भारत को विश्वकल्याणकारी 'सनातन राष्ट्र' के रूप में उभरना अत्यावश्यक है। इसी संदेश काे देशभर में पहुंचाने के लिए इसका आयाेजन किया जा रहा है।

पत्रकार वार्ता के दाैरान सनातन संस्था से संजय सिंह, प्राच्यम के संस्थापक प्रवीण चतुर्वेदी, वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा भी माैजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

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