पर्यावरण संरक्षण को लेकर जल्द शुरू होगी सई पद यात्रा: सुंदरम तिवारी
प्रतापगढ़, 02 दिसम्बर (हि. स.)। पर्यावरण संरक्षण की देशव्यापी 18000 किलो मीटर साइकिल से यात्रा करने के उपरांत यजुर्वेद की संपूर्ण पृथ्वी एवं समग्र परिवेश शुद्ध हो बिन पानी सब सून है के भाव को चरिरतार्थ करने के उद्देश से सई बचाओ अभियान की शुरुआत जल्द ही की जाएगी। उक्त जनकारी पर्यावरण विद समाज सेवी सुंदरम तिवारी ने शानिवार को दी।
उन्होंने बताया कि सई बचाओ अभियान सई जो की हरदोई के भिजवान झील से निकल कर हरदोई . उन्नाव . लखनऊ , रायबरेली , प्रतापगढ़ , जौनपुर में गोमती में समाहित होती है , ऐसा में सईं छः जनपदों से होकर गुज़रती है सहरी क्षेत्रों एवं हज़ारो गाँव की यात्रा करती है सई के किनारे ही अलग अलग स्थान पर पौराणिक एवं अति प्राचीन धार्मिक स्थल भी मौजूद हैं जिनमें से कई अन्य प्राचीन पौराणिक महत्व रखते हैं इनमें से दो पौराणिक स्थल जिनका वर्णन ग्रंथों में भी सम्मिलित है माँ बेल्हा देवी धाम एवं बाबा कलेश्वर धाम देवघाट मोहनगंज जो की प्रतापगढ़ की सीमा में आते है।
जैसा की श्रीरामचरितमानस में उल्लेख है कि प्रभु श्रीराम सई को पार करते हुए वन हो गए थे तथा भरत भी इसी सई नदी को पार कर प्रभु श्रीराम से वनवास के दौरान मिलने गए थे। जिसका श्रीरामचरती मानस में उल्लेख है । सई तीर बसी चले बहाने , श्रृंगवेरपुर तब नियराने इस बात का प्रमाण है की भरत जी जब प्रभु श्रीराम को की खोज में निकले थे तब सई के तट पर एक रात्रि विश्राम किया था। इसी अति प्राचीन पौराणिक नदी पर चालीस दिन की पद यात्रा करने वाले है । ज़िलाधिकारी प्रतापगढ़ संजीव रंजन को पुस्तक भेट किया गया। सई बचाओ अभियान की टीशर्ट पर हस्ताक्षर किया।
हिन्दुस्थान समाचार/दीपेन्द्र/बृजनंदन
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