सभी मनुष्य गाय, गंगा व गौरी की रक्षा के लिये चिंतन करें : बृजेश पाठक रामायणी
- शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार में पांच दिवसीय श्री राम कथा का सातवां दिन
मुरादाबाद, 23 जून (हि.स.)। शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार प्रथम मुरादाबाद में आठ दिवसीय श्री राम कथा के सातवें दिन रविवार को श्री राम कथा वाचक मानस मर्मज्ञ पंडित बृजेश पाठक रामायणी ने कहा सभी मनुष्य गाय, गंगा व गौरी (कन्या) की रक्षा के लिये चिंतन करें। वर्तमान समय में गायों पर अत्याचार, गंगा की दुर्दशा व बढ़ती कन्या भ्रूण हत्या चिन्ता का विषय है। गौ हत्याएं व भ्रूण हत्याएं तेजी से बढ़ रही हैं जो निंदनीय है।
पंडित बृजेश पाठक रामायणी ने आगे कहा कि वर्तमान समय में व्यक्ति अपने दुख से इतना दुखी नहीं है जितना दूसरे के सुख से दुखी है। कुछ लोग तो प्रसन्न ही जब होगें जब दूसरा व्यक्ति दुखी होगा। एैसे लोग कभी भी भगवान के भक्त नहीं बन सकते है। भगवान का भक्त तो वो ही हो सकता है जो दूसरों को दुखी देखकर सुख की अनुभूति करता है और दूसरे के दुख को देखकर मन से दुखी हो जाता है। इस प्रकार की संवेदनशीलता का नाम ही सच्चा धर्म है। दूसरों के प्रति संवेदनाविहीन होना ही भक्ति और भक्ति धर्म से विमुख होना है। इसीलिये रामायण में बताया गया कि जो दूसरों को दुखी देखकर उनका दुख मिटाने का प्रयत्न करता है और दूसरों के सुख को अपना सुख समझकर प्रसन्न होता हैए वही सच्चे अर्थो में धर्म का पालन करता है। पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन इस बात का उदाहरण है।
कथा के उपरांत आरती हुई उसके बाद प्रसाद वितरित किया गया।
व्यवस्था में गोरखनाथ प्रसाद, ज्ञानचंद गुप्ता, निमित्त, राधे मोहन शर्मा, महेन्द्र जसूजा, सुनील शर्मा, पंडित हेमंत भट्ट, पंडित देवेन्द्र ओझा, रविकांता जायसवाल, मिनाक्षी शर्मा, उमेश चन्द्र बंसल, दिनेश चंद्र टंडन उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन
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