शोधार्थी कृषि वानिकी पर शोधकर स्थापित करेंगे नये आयाम: डॉ.आनंद सिंह
कानपुर,03 अप्रैल (हि.स.)। कृषि विश्वविद्यालय कानपुर और केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी निश्चित तौर पर दोनों संस्थान मिलकर कृषि वानिकी पर शोध कर नए आयाम स्थापित करेंगे। यह बुधवार को दोनों संस्थानों के बीच हुए समझौते के मौके पर चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि शोधार्थी कृषि वानिकी के विभिन्न विषयों पर केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी में शोध कार्य कर सकेंगे तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दोनों एक दूसरे को वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय व संस्थान संयुक्त रूप से वैज्ञानिक ज्ञान सूचना जैसे शोध प्रकाशनों में संयुक्त रूप से एक दूसरे को सहयोग करेंगे।
विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ पी के सिंह ने बताया कि कृषि वानिकी भूमिगत जल के स्तर को बढ़ावा बढ़ाने में सहायक होता है। कृषि वानिकी कृषकों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करता है। प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़,सूखा आदि की प्रभावों को इसके माध्यम से कम किया जा सकता है तथा फसल के क्षतिग्रस्त होने पर वैकल्पिक स्रोत के तौर पर वानिकी का विकल्प कृषकों के पास रहता है।
सीएसए और केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी के बीच शोध कार्य हेतु बुधवार को समझौता ज्ञापन (एम ओ यू) पर हस्ताक्षर हुए। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी के निदेशक डॉ ए अरुणाचलम,अधिष्ठाता कृषि वानिकी महाविद्यालय डॉक्टर मुनीश कुमार और डॉ.एस के विश्वास सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।