गणतन्त्र का मतलब होता है लोगों की सर्वोच्च शक्ति : प्रांत प्रचारक

गणतन्त्र का मतलब होता है लोगों की सर्वोच्च शक्ति : प्रांत प्रचारक
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गणतन्त्र का मतलब होता है लोगों की सर्वोच्च शक्ति : प्रांत प्रचारक


प्रयागराज, 26 जनवरी (हि.स.)। विद्या भारती से सम्बद्ध विद्यालयों सहित समस्त स्कूल व कॉलेजों में 75वां गणतंत्र दिवस समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। सिविल लाइन स्थित ज्वाला देवी इण्टर कॉलेज में मुख्य अतिथि आरएसएस काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने तिरंगाध्वज फहराने के बाद कहा कि रिपब्लिक या गणतन्त्र का मतलब होता है लोगों की सर्वोच्च शक्ति यानि कि देश में लोगों के ऊपर अपने राजनितिक नेता को चुनने का अधिकार होता है।

प्रांत प्रचारक ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि हमारे महान स्वतन्त्रता सेनानियों के कड़ी मेहनत और संघर्ष के पश्चात् ही भारत को पूर्ण स्वराज मिला। उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ किया ताकि हमें वो जुल्म सहना न पड़े और हमारा देश भारत आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति एवं संविधान को अक्षुण्य बनाये रखने के लिए हरसम्भव प्रयास करते रहना चाहिये।

अध्यक्षता कर रहे विद्यालय के अध्यक्ष च्यवन भार्गव ने कहा कि संविधान का ठीक प्रकार से पालन तभी हो सकता है जब हम ठीक प्रकार से शिक्षा ग्रहण करके देश के प्रति सम्मान एवं समर्पण का भाव रखें। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रयाग कार्यालय के कार्यालय प्रमुख बलराम ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था उसी उपलक्ष्य में भारत देश के प्रत्येक नागरिक के द्वारा गणतंत्र दिवस को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।

प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने कहा कि हमारे प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था कि, हमने एक ही संविधान में अपने महान और विशाल देश के अधिकार को पाया है। जो देश में रह रहे सभी पुरुषों और महिलाओं के कल्याण की जिम्मेदारी लेता है। यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी हम आज अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से लड़ रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें दोबारा एक साथ मिलकर अपने देश से इन बुराइयों को बाहर निकाल फेंकना है जैसे कि स्वतंत्रता सेनानी नेताओं ने अंग्रेजों को हमारे देश से निकाल दिया था।

अन्त में कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव ने अतिथियों का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के भैया मृदुल बाजपेयी तथा बहिन मीनाक्षी तथा अंशिका ने किया। कार्यक्रम में प्रान्त संगठन मंत्री डॉ राम मनोहर, प्रबंधक डॉ संजय सिंह तथा शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य इन्द्रजीत त्रिपाठी सहित मोहनजी टण्डन, अर्चना चहल (इविवि शारीरिक विभागाध्यक्ष), अभिभावक एवं विद्यालय के समस्त आचार्य बन्धु उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/राजेश

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