जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन भारत के इतिहास में एक अद्भुत निर्णय : मयंकेश्वर शरण
- डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
मीरजापुर,02 जुलाई (हि.स.)। नगर के बरौधा कचार स्थित भाजपा कार्यालय के सभागार में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मंगलवार को संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने डा. मुखर्जी को नमन करते हुए कहा कि राष्ट्र के इतिहास में विरले ही ऐसे क्षण आते हैं,जब एक अद्भुत निर्णय से उसका प्रारब्ध निर्मित हो जाता है। ऐसे निर्णयों से इतिहास की धारा मुड़ जाती है। राष्ट्र की यात्रा एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास से अनुप्राणित हो उठती है। सफलताओं और उपलब्धियों की गाथा का प्रभाव समस्त राष्ट्र जीवन पर पड़ता है। पूरा राष्ट्र इसके प्रभाव से पुष्पित और पल्लवित हो उठता है।
उन्होंने कहा कि धारा 370 और 35-ए की समाप्ति एवं जम्मू–कश्मीर का पुनर्गठन भारत के इतिहास में ऐसा ही एक अद्भुत निर्णय है। एक ऐसा निर्णय जिसके लिए पूरा राष्ट्र सात दशकों से प्रतीक्षारत था। ऐसे ऐतिहासिक निर्णय के लिए अत्यधिक दृढ़ राजनैतिक इच्छाशक्ति एवं एक ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता थी जो आत्मविश्वास से परिपूर्ण और दृढ़ निश्चयी हो। जैसे ही यह निर्णय लिया गया और जिस क्षण संसद के दोनों सदनों ने इसपर विचार करके पारित किया, पूरे देश ने एकजुट होकर इसका उत्सव मनाया। इतिहास के पृष्ठों में वे क्षण स्वर्णाक्षरों में अंकित हो चुके हैं। अनुच्छेद 370 और 35-ए का हटाया जाना हमारे प्रेरणास्त्रोत पुरुषों को सच्ची श्रद्धांजलि है।
उन्होंने कहा कि डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसके लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू कश्मीर से रक्तपात भरे युग का अंत हुआ है। अनुच्छेद 370 एक अस्थायी उपबंध था जिसको कभी न कभी हटना ही था। लेकिन, पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लालच में उसको हटाने की हिम्मत नहीं की। भाजपा की सरकार ने जम्मू कश्मीर के लोगों के हितों के लिए यह फैसला लिया। इस राज्य में 70 साल तक कश्मीरियत में गरीबी घर कर गई, जिसको प्रधानमंत्री की इच्छा शक्ति ने हटाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र इतना मजबूत है लेकिन जम्मू कश्मीर में दशकों तक लाखों लोग ऐसे थे, जिनको लोकसभा में वोट का अधिकार था लेकिन वे विधानसभा और स्थानीय निकायों में वोट नहीं डाल सकते थे। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के अमिट निर्णय से अब सभी को यह अधिकार मिल गए हैं। केन्द्र के दृढ़ निर्णय से इस राज्य में भी वहां के लोग जनप्रतिनिधि चुनेंगे। नागरिकों के जीवन में इज ऑफ लिविंग बढ़ेगी। संगोष्ठी का संयोजन एवं संचालन जिलामंत्री कौशल श्रीवास्तव ने किया।
इस दौरान विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, विधायक नगर पं.रत्नाकर मिश्र, एमएलसी श्याम नारायण सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत राजू कन्नौजिया, चेयरमैन जिला सहकारी बैंक लि. डा. जगदीश सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल, जिला मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश दूबे समेत अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/राजेश
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