उप्र में बादलों से मिल रही राहत, कानपुर में पहुंचा 37 डिग्री पारा
कानपुर, 06 अप्रैल (हि.स.)। ईरान के आसपास बन रही मौसमी गतिविधियों का असर उत्तर प्रदेश में भी बराबर पड़ रहा है। कभी तेज धूप तो कभी आसमान बादलों से घिर रहा है और मेघ गर्जन के साथ तेज हवाएं भी चल रही है। इसी क्रम में शनिवार को तापमान सामान्य से अधिक रहा लेकिन बादलों की आवाजाही और पछुआ हवाएं काफी हद तक राहत दे रही थी। मौसम विभाग का कहना है कि 10 अप्रैल के बाद मौसम साफ होने लगेगा और तेज धूप उमस भरी गर्मी लाएगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रुप में पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर स्थित है। मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। इसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, जो लगभग 73 डिग्री पूर्व देशांतर और 28° उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही है। उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर पूर्वी विदर्भ से आंतरिक कर्नाटक और आंतरिक तमिलनाडु से गुजरते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक ट्रफ/हवा का विच्छेदन बना हुआ है।
पूर्वी असम और आसपास के इलाकों पर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 10 अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंच सकता है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.0 और न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 37 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 11 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 4.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों मे हल्के से मध्यम बादल छाये रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। तेज हवाओं के साथ आंधी जैसी प्री मानसून गतिविधियां भी संभावित हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन
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