माडल बूथ की तरह बनाए जाएंगे राहत शिविर, वायरलेस सुविधा से लैस होंगी बाढ़ चौकियां
- राहत शरणालयों में किया जाए पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित
मीरजापुर, 29 जून (हि.स.)। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आगामी बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बाढ़ को देखते हुए माडल बूथ की तरह माडल राहत शिविर बनाए जाए। तत्काल सूचना के लिए सभी बाढ़ चौकियों को वायरलेस सुविधा से लैस किया जाए। पर्याप्त मात्रा में क्लोरीन की गोली उपलब्ध कराया जाए। राहत शरणालयों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित किया जाए।
जिलाधिकारी ने बाढ़ कंट्रोल रुम में आठ-आठ घंटे शिफ्टवार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम्य विकास विभाग एवं नगर पालिका व पंचायत में चूने का छिड़काव व आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया ताकि संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सके। प्रभावित होने वाले खेतो का सर्वे उप जिलाधिकारी, उप निदेशक कृषि संयुक्त रूप से कर लें। तीन-तीन अच्छे स्थलों पर मानव व पशु सहायता शिविर की स्थापना कराएं। स्थानीय गोताखोर व नाविकों से संपर्क स्थापित करें। बाढ़ के दौरान हेलीपैड का भी निर्माण कराया जाए। जल भराव होते ही सभी राहत शिविर सक्रिय कर दें। चौकियों पर लेखपालों की ड्यूटी लगाई जाए। बाढ़ से पूर्व प्रत्येक ग्राम पंचायतों में बाढ़ राहत चौपाल का आयोजन कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में पशुओं की गणना कर लें। कच्चे एवं पक्के मकानो का भी सर्वे कर लें। नावों पर ओवरलोडिंग न हो।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व शिव प्रताप शुक्ल, एसडीएम सदर आसाराम वर्मा, उप निदेशक कृषि विकेश पटेल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश सिंह, नपा ईओ जी लाल, आपदा प्रबंध अंकुर गुप्ता आदि मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित
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