नवाचारों को पहचानना देश के आर्थिक विकास के लिए जरूरी : डा. राधा रंगराजन

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नवाचारों को पहचानना देश के आर्थिक विकास के लिए जरूरी : डा. राधा रंगराजन


सीएसआईआर-सीडीआरआई में आयोजित हुआ कार्यक्रम

लखनऊ, 26 अप्रैल (हि.स.)। सीएसआईआर-केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) लखनऊ ने विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के अवसर पर बौद्धिक संपदा अधिकार पर व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का विषय 'बौद्धिक संपदा संरक्षण: परीक्षक आईपी के साथ विनिर्देश' थी।

इस मौके पर सीएसआईआर-सीडीआरआई की निदेशक डॉ.राधा रंगराजन ने आर्थिक विकास के लिए आविष्कारों के अनुवाद में वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ.रंगराजन ने नवाचारों को पहचानने और उनकी सुरक्षा करने, अंततः मानव कल्याण और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने में आईपीआर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल खोजकर्ता के लिए ही नहीं, बल्कि अपने देश के आर्थिक विकास के लिए भी जरूरी है।

श्वेता राजकुमार ने पेटेंट आवेदनों मे उठाई गई सामान्य आपत्तियों को बताया। पेटेंट आवेदनों के कुछ मामले के जरिये पेटेंट स्पष्टता एवं विशिष्टता पर प्रकाश डाला। उनके व्याख्यान ने उपस्थित लोगों को पेटेंट आवेदनों की जटिलताओं से निपटने में बहुमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया।

कार्यक्रम के समन्वयक डॉ.श्रीपति राव कुलकर्णी (सीएसआईआर-सीडीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक और समन्वयक आईपी और आईएसटीएजी) ने बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण पर जोर देते हुए कार्यक्रम का एक व्यावहारिक परिचय दिया।

डॉ.लिपिका पटनायक ने पेटेंट के मूल सिद्धांतों पर प्रकाश डाला गया। पेटेंट विनिर्देशों के विभिन्न घटकों का विश्लेषण किया गया और प्रभावी दावों का मसौदा तैयार करने के लिए आवश्यक तकनीकें प्रदान की गईं। उन्होंने आविष्कार का शीर्षक तैयार करने,आविष्कार के क्षेत्र का सारांश देने और पेटेंट आवेदनों के लिए आवश्यक बिंदुओं को रेखांकित करने जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहराई से विचार किया।

कार्यक्रम ने छात्रों और शोधकर्ताओं को पेटेंटिंग प्रक्रिया की गहरी समझ हासिल करने के लिए एक मंच प्रदान किया, जिसमें पेटेंट दाखिल करने की प्रक्रिया,आवश्यक दस्तावेज एवं पेटेंट आवेदन के प्रमुख चरण शामिल हैं।

डॉ. कुलकर्णी ने नवाचार और बौद्धिक संपदा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए वक्ताओं और प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/राजेश

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