गुणवत्तापरक शिक्षा समाज व राष्ट्र की मांग : दिनेश सिंह

प्रयागराज, 18 सितम्बर (हि.स.)। वर्तमान समय में गुणवत्तापरक शिक्षा बच्चों को प्रदान करना समाज एवं राष्ट्र की मांग है। इस पर मुख्य फोकस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी किया गया है। आप लोग खण्ड शिक्षा अधिकारी के रूप में विद्यालय स्तर से जुड़े होते हैं, इसलिए गुणवत्तापरक शिक्षा के सुनिश्चयन में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
यह बातें सीमैट के निदेशक दिनेश सिंह ने सोमवार को सीमेट में समग्र शिक्षा के अन्तर्गत खण्ड शिक्षा अधिकारियों के पांच दिवसीय पुनर्बोधात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही। उन्होंने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपको शिक्षक के प्रति प्रेरणात्मक व्यवहार रखना चाहिए तथा उनको उत्साहित करते रहना चाहिए। इसके साथ ही आपको शिक्षक, छात्र एवं समुदाय के साथ नजदीकी सम्बन्ध बनाने का प्रयास भी करना चाहिए। जिससे हम अपने प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने में सफल होंगे।
सीऐट के निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट), उप्र प्रयागराज में 18 सितम्बर से 22 दिसम्बर के मध्य पुनर्बोधात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल दस चक्रों में होना है। जिसके तहत सोमवार को प्रथम चक्र का शुभारम्भ किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक पवन सावंत ने प्रशिक्षण सन्दर्शिका में उल्लिखित विषयों पर प्रकाश डाला। कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपको अनेक नयी बातें सीखने को मिलेंगी जो कि आपके सेवाकाल के लिए बहुत ही लाभप्रद होगी। सह समन्वयक सरदार अहमद ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निपुण भारत कार्यक्रम को सफल बनाने में खण्ड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी। इस अवसर पर डॉ अमित खन्ना विभागाध्यक्ष (एम.आई.एस), मायाराम सहायक निदेशक, प्रभात कुमार मिश्रा प्रवक्ता (एम.आई.एस) एवं जितेन्द्र कम्प्यूटर सहायक भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम
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