''स्टेट ऑफ द आर्ट सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर'' से लैस होगी रामनगरी

''स्टेट ऑफ द आर्ट सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर'' से लैस होगी रामनगरी
WhatsApp Channel Join Now
''स्टेट ऑफ द आर्ट सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर'' से लैस होगी रामनगरी








- अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने शुरू की तैयारी

अयोध्या, 02 फरवरी (हि.स.)। विकास के नए सोपानों की ओर अग्रसर सप्तपुरियों में पहली अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने के साथ ही उसके आधुनिक कायाकल्प के लिए प्रायस चल रहे हैं। अयोध्या के इसी वैभव की पुनर्स्थापना के लिए वर्तमान में 30977 करोड़ रुपए की लागत के 141 प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है। ऐसे में, इन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहीं 37 से ज्यादा एजेंसियों की कार्य-प्रणाली निर्धारण, प्रोजेक्ट्स की प्रगति के आंकलन समेत सभी महत्वपूर्ण तथ्यों के संकलन, संयोजन और जियो इकोसिस्टम के विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

मुख्यमंत्री योगी के विजन अनुसार, रामनगरी अयोध्या में ''स्टेट ऑफ द आर्ट सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर'' को स्थापित होगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने ज्योग्राफिकल इनफॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) युक्त वर्ल्ड क्लास जीआईएस डाटा सेंटर की स्थापना व संचालन के लिए जरूरी सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर इंफ्रास्ट्रक्चर्स के विकास की प्रक्रिया शुरु कर दी है।

कई मायनों में खास होगा सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर

अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के अनुसार एक एजेंसी को चयनित कर उसे सेंट्रलाइज्ड जीआईएस डाटा सेंटर की स्थापना का कार्य सौंपा जाएगा। विकास के साथ ही कार्य प्राप्त करने वाली एजेंसी को 05 वर्षों के ऑपरेशन व मैनेजमेंट का भी कार्यभार सौंपा जाना है। प्रदर्शन के आधार पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकेगा। वह एडीए में उपलब्ध बुनियादी ढांचे (हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर) का एनालिसिस कर उसे जीआईएस सॉल्यूशन से लैस करने पर फोकस करेगा। इस प्रक्रिया से जीआईएस डाटा सेंटर व लैब का गठन होगा, जिससे अयोध्या में 30977 करोड़ रुपए की लागत के 141 प्रोजेक्ट्स, इन पर काम कर रही एजेंसियों की मॉनिटरिंग व मास्टरप्लान एग्जीक्यूशन का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि किस परियोजना में किस प्रगति से कार्य हो रहा है और कार्यों में विलंब की स्थिति में अवरोध निस्तारण की प्रक्रिया को भी बल मिलेगा। परियोजना का विवरण, उसकी कार्य प्रगति, लागत समेत सारे तथ्यों के संकलन का कार्य इस डाटा सेंटर की स्थापना से आसान होगी। इससे एडीए को भी सभी परियोजनाओं को निर्धारित समायावधि में पूरा करने में भी मदद मिलेगी।

स्मार्ट तरीके से पूरा हो सकेंगे प्रेजेंटेशन

अयोध्या में जारी विकास कार्यों के निरीक्षण को लेकर डबल इंजन की सरकार का विशेष फोकस है। एक ओर, पीएम नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या आकर यहां विकास की तमाम परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करते हैं तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इन परियोजनाओं के हर एक पहलुओं पर बारीक नजर रखते हैं। ऐसे में, विकास की परियोजनाओं के सभी फैक्टर्स का स्मार्ट तरीके से संकलन कर उसे राज्य, केंद्र समेत वैश्विक पटल पर भी अगर रखने की जरूरत हुई तो डाटा सेंटर इस कार्य में बेहद सहायक सिद्ध होगा। डाटा सेंटर द्वारा बनाई गई प्रेजेंटेशंस व एमआईएस रिपोर्ट्स सभी प्रोजेक्ट्स की वस्तुस्थिति का रियलटाइम एनालिसिस प्रोवाइड करने में सक्षम होंगे। इससे विभागीय निरीक्षण समेत अन्य निर्धारण प्रक्रियाओं को भी बल मिलेगा और स्मार्ट टैब्स व अन्य गैजेट्स् के जरिए एडीए के सभी वरिष्ठ अधिकारी डाटा सेंटर द्वारा विकसित फ्रेमवर्क से कनेक्टेड रहकर रेगुलर इंस्पेक्शन की प्रक्रिया को पूर्ण कर सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत /बृजनंदन

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story