रामनगरी के 2.97 लाख से अधिक घरों तक नल से जल पहुंचाने की सारथी बनी डबल इंजन सरकार 

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  • रामनगरी के 2.97 लाख से अधिक घरों तक नल से जल पहुंचाने की सारथी बनी डबल इंजन सरकार 
  • अयोध्या में 5500 से अधिक महिलाओं को एफटीके प्रशिक्षित किया गया 
  • ग्रामीण युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में दी गई स्किल ट्रेनिंग 
  • 2203 करोड़ के प्रोजेक्ट स्वीकृत, 1793 करोड़ रुपये खर्च हुए
  • पीएम के मार्गदर्शन में अयोध्या में स्वच्छ जल मुहैया करा रही है योगी सरकार 
  • रामनगरी के युवाओं को रोजगार से भी जोड़ना सीएम योगी की प्राथमिकता

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यूपी के हर घर तक नल से जल पहुंचाने में योगी सरकार शीर्ष पर है। सूबे के सभी जनपदों में इस दिशा में तेजी से काम भी किया जा रहा है। रामनगरी में भी योगी सरकार दो लाख 97 हजार से अधिक घरों में नल से जल पहुंचाने की सारथी बनी। स्वच्छ पानी से काफी हद तक बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सकता है, इसी सोच पर कार्य करते हुए यहां 2203 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुके हैं, इनमें से 1793 करोड़ रुपये खर्च कर अयोध्या के घर-घर तक योगी सरकार स्वच्छ जल भी मुहैया करा रही है। साथ ही शेष बचे घरों में भी स्वच्छ जल मुहैया कराने की तैयारी जोरों से चल रही है। यही नहीं, इन कार्यों के जरिए योगी सरकार की प्राथमिकता गांवों में युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर स्वावलंबी बनाना भी है। 

3.44 लाख में से 2.97 लाख से अधिक घरों तक नल से पहुंच चुका स्वच्छ जल 
योगी सरकार ने अयोध्या को दिव्य-भव्य व नव्य नगरी बना दिया है। प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत यहां पर्यटकों की आमद भी काफी अधिक हो गई है। इस भव्यता के लिए सीएम योगी ने सभी विभागों को लक्ष्य दिया था। पर्यटन हो या संस्कृति, विकास प्राधिकरण हो या नगर निगम, हर विभाग को टास्क देकर उन्हें सर्वोच्च परिणाम देने का निर्देश सीएम योगी की तरफ से दिया गया है। इसी क्रम में अयोध्या में नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से भी युद्ध स्तर पर कार्य किया गया। यहां 3,44,708 ग्रामीण घरों में से 2,97, 788 घरों तक कनेक्शन पहुंच गए हैं। अभी तक 2203 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट अयोध्या के विकास के लिए दिए गए हैं। इसमें से 1793 करोड़ रुपये के कार्य कर इस योजना को मूर्त रूप दिया गया है। 

एफटीके से जांच के लिए अयोध्या की 5515 महिलाएं हुईं प्रशिक्षित 
महिलाएं खुद ही पानी की शुद्धता की जांच कर सकें। इसके लिए एफटीके (फील्ड टेस्ट किट) से उनकी मदद होगी। सिर्फ रामनगरी की ही बात करें तो अब तक यहां 5515 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर पानी की क्वालिटी चेक कर रही हैं। योगी सरकार का उद्देश्य है कि इसके जरिए आमजन को किसी पर आश्रित न रहना पड़े, बल्कि प्रशिक्षित महिलाएं ही इसकी जांच कर मददगार साबित हों। वहीं योगी सरकार की तरफ से ही दो महिला प्लंबर को भी प्रशिक्षित कराया जा चुका है।  

अयोध्या के गांवों में युवाओं को दी गई स्किल ट्रेनिंग 
योगी सरकार अयोध्या के गांवों को युवाओं को स्किल ट्रेनिंग भी दिला रही है। अब तक कुल 10322 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 1589 प्लंबर, 1588 पंप ऑपरेटर, 1588 इलेक्ट्रिशियन, 1587 मोटर मैकेनिक, 1589 फिटर व 2381 राजमिस्त्री को स्किल ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इसके साथ ही अन्य युवाओं को भी इससे जोड़कर स्वावलंबी बनाने और अपने ही जिले में रोजगार मुहैया कराने के संकल्प पर योगी सरकार तेजी से कदम बढ़ा रही है।

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