श्रीराम कथा के सातवें दिन भक्तों ने प्रभु राम-भरत मिलाप की कथा का रसपान किया
हरदोई, 27 जनवरी (हि.स.)। हे बबुआ आपन बता द तू नाम.... भजन से शुरू हुई सातवें दिन की श्रीराम कथा। अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास सुखनंदन शरण महाराज ने श्री राम कथा के सातवें दिन प्रभु श्रीराम और भरत मिलाप की कथा का रसपान कराया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि अचानक अगर किसी के घर पहुंच जाया जाए तो जो कुछ मिल जाए रुखा-सूखा उसे अमृत समझकर पान करना चाहिए। कहीं जाकर बुराई नहीं करनी चाहिए, क्योंकि वो परिस्थिति आपकी भी आ सकती है। महाराज ने चली जा रही है उम्र धीरे-धीरे भजन के माध्यम से श्रद्धालुओं को सम्पूर्ण मानव जीवन के दर्शन करवाए।
महाराज ने कहा कि आप जहां भी जाएं सहज़ व्यवहार करें, लोग आपके व्यवहार से संस्कार क़ो समझें और आपसे मिलें तो सराहना हो। लोग कहें कि माता-पिता धन्य हैं, जो ऐसे बालक क़ो जन्म दिया हो।
हिन्दुस्थान समाचार/अंबरीष
/राजेश
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