वाराणसी: तीन दिनों से बिजली संकट से जूझ रहे नागरिक सड़क पर उतरे



वाराणसी: तीन दिनों से बिजली संकट से जूझ रहे नागरिक सड़क पर उतरे


—बिजली कर्मियों के हड़ताल का तीसरा दिन, बिजली आपूर्ति ठप रहने से जनजीवन अस्त-व्यस्त

—कई इलाकों में 24 से 36 घंटे तक आपूर्ति ठप,पेयजल के लिए तरसे लोग

वाराणसी,19 मार्च (हि.स.)। बिजली कर्मियों की सांकेतिक हड़ताल से वाराणसी जिले में बिजली का संकट गहरा गया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाकों में 24 से 36 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रहने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। हड़ताल और बिजली कटौती को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है। रविवार को शहर के कई हिस्सों में गुस्साये नागरिकों ने धरना प्रदर्शन कर सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना पर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। आदमपुर थाना क्षेत्र के भदऊं चुंगी स्थित भदऊं बीर बाबा मंदिर के पास जुटे नागरिकों ने बिजली कटौती के खिलाफ सड़क जाम कर दिया। इससे वाराणसी और मुगलसराय चंदौली जाने वाले मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई। इस इलाके के नागरिकों ने शनिवार शाम को भी खाली बाल्टियां लेकर प्रदर्शन किया था।

नागरिकों का आरोप है कि विद्युतकर्मियों की हड़ताल के बाद से उन्हें बिजली नहीं मिल पा रही है। कर्मचारियों और सरकार के बीच लड़ाई में आम लोग पिस रहे हैं। इलाके में 30 घंटे से ज्यादा समय से बिजली-पानी नहीं है,पीने के पानी के लिए हम लोग तरस रहे है। इसी क्रम में भदैनी उपकेन्द्र के सामने सुबह ही नागरिकों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आदमपुर दीवानगंज में भी नागरिकों ने खाली बाल्टियां लेकर चक्का जाम कर दिया। लोगों का कहना है कि 30 घंटे से ज्यादा समय से बिजली-पानी नहीं है। उधर,पुलिस व जिला प्रशासन ने व्यवस्था बनाने का प्रयास किया, लेकिन बहुत अधिक सफलता नही मिल रही है। कुछ जगहों पर बिजली आई, लेकिन बार-बार कटौती और फाल्ट की समस्या बनी हुई है। चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र शुक्रवार रात बिजली नहीं आई। शनिवार को बिजली आई, लेकिन बार-बार कटौती की समस्या बनी हुई है। यहीं हाल मंडुवाडीह उपकेंद्र से जुड़े लहरतारा, भिटारी, हथियान वीर बाबा कालोनी न्यू बेदौली, लोहता, बौलिया, रोहनिया, शिवपुर, वरुणापार के अधिकांश मोहल्लों में भी है। शिवपुर, पांडेयपुर, सुंदरनगर, भिखारीपुर व सारनाथ क्षेत्र में भी बिजली गुल है।

गौरतलब हो कि बीते गुरुवार रात दस बजे से शुरू बिजली कर्मियों की सांकेतिक हड़ताल रविवार को भी जारी है। तीन दिनों से बिजली संकट के चलते कुटीर उद्योगों पर भी गहरा असर पड़ा है। तीन दिनों में इस सेक्टर को 5000 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है। शहर और आसपास के 40 हजार से ज्यादा पावरलूम बंद पड़े हैं। तीन दिनों में 100 करोड़ से अधिक के ऑर्डर की पूर्ती नही हुई है। बड़ी बाजार, पीलीकोठी, हनुमान फाटक, जैतपुरा, कच्चीबाग, आदमपुर, रेवड़ी तालाब, बजरडीहा, लल्लापुरा, पितरकुंडा, काजीसादुल्लापुरा, कमलगढ़हा, लहंगपुरा, नक्खीघाट, बुनकर कॉलोनी, सरैयां, जलालीपुरा आदि बुनकर बहुल इलाकों में पावरलूम और हैंडलूम पर काम ठप है। यही स्थिति लोहता क्षेत्र में भी है।

नगरीय क्षेत्र के सर्राफा बाजार ठठेरी बाजार, रेशम कटरा, गोविंदपुरा, सुड़िया, चौक आदि बाजारों में खरीदारी न के बराबर है। बिजली कटौती के चलते इन बाजारों में रौनक नही है। बिजली-पानी की समस्या से परेशान लोग खरीदारी के लिए नहीं निकल पा रहे हैं। बिजली संकट से क्षुब्ध चौक क्षेत्र के निवासियों, व्यापारियों ने शनिवार शाम को चौक थाने पर धरना दिया। लगभग एक घंटे चला धरना पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर समाप्त हुआ। लोगों का कहना था कि चौक थाना के पास लगे 400 केवी ट्रांसफार्मर से तीन दिनों से बिजली सप्लाई बंद है। इस कारण कुंज गली की 300 दुकानों का व्यवसाय पूरी तरह प्रभावित हो गया है। शाम होते ही व्यापारी दुकानों के शटर गिरा कर अपने अपने घर चले जा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर

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