बजट सत्र : दस उपवेशनों के सत्र में 72 घंटे 56 मिनट चली सदन की कार्यवाही

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बजट सत्र : दस उपवेशनों के सत्र में 72 घंटे 56 मिनट चली सदन की कार्यवाही


18वीं विधानसभा के वर्ष 2025 का प्रथम सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

लखनऊ, 5 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के वर्ष 2025 का प्रथम सत्र बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। सदन की कार्यवाही में कुल समयावधि 72 घंटे 56 मिनट रही। दस उपवेशनों (दिन) के सत्र में स्थगन रहित समयावधि 69 घंटे 20 मिनट रही। जबकि सदन की कार्यवाही 03 घंटा 36 मिनट के लिए स्थगित हुई।

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि 18वीं विधान सभा के लिए 18 फरवरी से 05 मार्च तक चले बजट सत्र में नियम-300 के अंतर्गत कुल प्राप्त सूचनाओं की संख्या 18, सुनकर अग्राह की गयी सूचनाएं 05, अस्वीकार की गई सूचनाओं की संख्या 13 रहीं। नियम-301 के तहत कुल 695 सूचनाएं प्राप्त हुईं जिनमें 346 स्वीकृत एवं 349 अस्वीकृत हुईं। कार्यवाही के दौरान कुल प्राप्त प्रश्न 2747, स्वीकृत तारांकित प्रश्न 549, अतारांकित प्रश्न 1568 रहे। ताराकिंत उत्तरित प्रश्न 128 तथा अतारांकित उत्तरित प्रश्नों की संख्या 1039 रही। 2747 प्रश्नों में 2473 (90.02 प्रतिशत) प्रश्न आनलाइन प्राप्त हुए।

इसी प्रकार नियम-56 के अन्तर्गत कुल 74 सूचनाएं प्राप्त हुईं। 17 ग्राह्यता के लिए सुनी गयीं। जबकि नियम -51 के अर्न्तगत कुल 884 प्राप्त सूचनाओं में 35 वक्तव्य, 25 केवल वक्तव्य, 309 ध्यानाकार्षण के लिए तथा 515 अस्वीकार की गयी। नियम-103 के अंतर्गत कुल प्राप्त 14 प्रस्तावों में सभी 14 प्रस्ताव अग्राह्य हुए। इसी प्रकार इस सत्र में कुल 951 याचिकाएं प्राप्त की गयी। इसमें 771 ग्राह्य, 10 अग्राह्य तथा 170 व्यपगत याचिकाएं रहीं।

उन्होंने बताया कि राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर कुल चार दिन चर्चा हुई। इस चर्चा में 147 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। इनमें सत्ता पक्ष के 98 तथा विपक्ष के 49 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। वित्तीय वर्ष 2025-2026 के आय-व्यय पर साधारण चर्चा कुल 04 दिन हुई। इसमें कुल 94 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। इसमें सत्ता पक्ष के 60 सदस्यों एवं विपक्ष के 34 सदस्यों ने भाग लिया।

इसी प्रकार आय-व्यय की मदवार चर्चा के कुल 02 दिनों में 57 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। इसमें सत्ता पक्ष के 28 तथा विपक्ष के 29 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। कुल 03 विधेयक विचारण एवं पारण के लिए प्रस्तुत किए गए। 1- संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2025, 2- उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास (संशोधन) विधेयक 2025, 3- उत्तर प्रदेश विनियोग विधेयक 2025 शामिल हैं।

सत्र के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नेता सदन योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय (समाजवादी पार्टी) समेत सभी दलीय नेताओं का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सदन में सदस्य जो भी वायदा अपने क्षेत्र में करें, उसे पूरा जरूर करें। ऐसा नहीं करने से साख गिरेगी। उन्होंने कहा कि विधायक पुस्तकालय में जाकर अध्ययन करें। जितनी अधिक जानकारी होगी, उतने ही बेहतर तरीके से अपनी बात रख सकेंगे।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नई तकनीक होने से विधानसभा की कार्यवाही में सभी विधायकों को काफी सहयोग मिल रहा है। इस कारण यूपी विधानसभा का महत्व बढ़ा है। अपना दल (एस) से आशीष पटेल, राष्ट्रीय लोकदल के नेता प्रदीप कुमार सिंह, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के नेता रमेश सिंह, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता बेदी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना समेत कई अन्य सदस्यों ने भी सदन के कुशल संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।--------------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

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