भारत के इतिहास में गुरु भक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण है वीर एकलव्य : अनुप्रिया पटेल
--आदिवासी समाज के गौरव को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे प्रधानमंत्री मोदी : अनुप्रिया
मीरजापुर, 27 जनवरी (हि.स.)। भारतीय समाज में गुरु का स्थान सर्वाेपरि होता है और गुरु भक्ति का भारत के इतिहास में सबसे बड़ा उदाहरण है एकलव्य। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को हलिया विकास खंड के पुरवा ओसान सिंह, चक कोटार गांव में वीर एकलव्य नवयुवक कोल आदिवासी विकास समिति ओर से आयोजित वीर एकलव्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान यह विचार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि गुरु भक्ति की पराकाष्ठा वीर एकलव्य हैं। जिन्होंने गुरु दक्षिणा में अपना अंगूठा गुरु को भेंट कर दिया और उफ़ तक नहीं की। त्याग और तपस्या से ही कोई महापुरुष बनता है और हम उन्हें पूजते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी समाज के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए अनेक प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू से आदिवासी गौरव सम्मान का शुभारम्भ किया। इसके जरिए सरकार आदिवासी समाज के संस्कृति और आदिवासी महापुरुषों के त्याग व बलिदान को बता रही है। आदिवासी समाज के बच्चों की शिक्षा के लिए एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। अब तक देश में 400 स्कूल स्थापित हो चुके हैं। इसके अलावा आदिवासी समाज की संस्कृति एवं गौरवगाथा को स्थापित करने के लिए जनजातीय संग्रहालय बनाये जा रहे हैं। इनमें से एक संग्रहालय मीरजापुर में भी स्थापित किए जाने की स्वीकृति मिली है। उन्होंने कहा कि कोल समाज को उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति का दर्जा प्रदान करने के लिए मैं लोकसभा में दो बार उठा चुकी हूं।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मनीराम कोल व छानबें विधायक रिंकी कोल, समिति के संरक्षक रामलल्लू कोल, अध्यक्ष रामू कोल, प्रबंधक व जोन अध्यक्ष जनार्दन कोल आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्याकांत
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।