प्रभु श्रीराम आस्था का विषय, इसमें भी विपक्ष देख रहा राजनीति : स्वाती सिंह
लखनऊ, 21 जनवरी (हि.स.)। अपने ही देश में पांच सौ वर्षों तक वनवास के बाद प्रभु श्रीराम अपने घर में प्रवेश कर रहे हैं। यह क्षण राजनीति का नहीं है। इसको जश्न के तौर पर हम सभी को मनाना चाहिए। कुछ लोग और राजनीतिक दल इसको भी राजनीतिक चश्मे से देखने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा इसको आस्था के रूप में देखती है। यह बातें भाजपा की वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने रविवार को कही।
वह मायावती द्वारा कहे गये, ‘ठीक नहीं है धर्म का राजनीतिकरण’ का जवाब दे रही थीं। उन्होंने कहा कि राजनीति हमेशा धर्म युक्त होती है। जहां भी राजनीति में धर्म का प्रवेश नहीं होता, वहां पर राजनीति में सुचिता नहीं आ सकती। धर्म को कुछ लोग संकीर्णता से ले लेते हैं। वहीं कुछ राजनीतिक दलों को प्रभु श्रीराम के दर्शन करने में भी राजनीति दिख रही है। वे विशेष संप्रदाय की नाराजगी का विशेष ध्यान रखते हैं।
स्वाती सिंह ने कहा कि अभी हम सभी को मिलकर जश्न मनाना चाहिए। इस समय प्रभु श्रीराम की नगरी सज चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ पल-पल की खबर ले रहे हैं। सोमवार को प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। इससे पहले अयोध्या पूरी तरह सज चुकी है। इसका नतीजा है कि वहां पर पर्यटकों की संख्या भी बढ़ गयी है।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/दिलीप
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