सिरप के नाम पर जहर पिलाने वालों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई : केशव प्रसाद मौर्य
आरक्षण के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं
लखनऊ, 20 दिसंबर (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के खिलाफ करारा प्रहार किया। शनिवार को उन्होंने कहा कि माफिया और समाजवादी पार्टी एक-दूसरे के बिना रह ही नहीं सकते हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अनुसार, कोडीन युक्त कफ सिरप मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, चाहे वह कोई भी हो, उसे उल्टा लटकाकर सीधा किया जाएगा और उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मौर्य के अनुसार इस मामले में पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय की जांच चल रही है। जो भी इस अपराध का हिस्सा होगा, उसे अखिलेश यादव एंड कंपनी नहीं बचा पाएगी।
एक-एक दोषी को खोज निकाला जाएगाउप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अनुसार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव चोरी और सीनाजोरी के रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि मामले का जो भी दोषी है, चाहे वे हों जिनका नाम अखिलेश यादव ले रहे हैं या फिर जिनका नाम जांच में सामने आ रहा है, एक-एक दोषी को खोज निकाला जाएगा। उन सभी को पकड़कर कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस प्रकार का अपराध समाज के साथ द्रोह है। ऐसे समाज-द्रोहियों, सिरप के नाम पर जहर पिलाने वालों को बख्शा नहीं जा सकता है।
आरक्षण के मुद्दे पर कोई समझौता नहींउप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं होगा। ओबीसी, एससी, एसटी और सामान्य वर्ग के गरीबों का जितना भी आरक्षण है, वह निश्चित तौर पर उन्हें दिया जाएगा। लेखपाल भर्ती को लेकर उन्होंने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और यदि कोई भी अधिकारी गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिख दिया है। साथ ही, मुख्य सचिव को भी लिखा गया है कि तत्काल गलतियों को सुधारकर कार्रवाई की जाए।
मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर अखिलेश यादव पर प्रहार करते हुए मौर्य ने कहा कि बिहार चुनाव में उन्होंने सोचा था कि उनके रिश्तेदार तेजस्वी यादव जीत जाएंगे और मुख्यमंत्री बन जाएंगे, फिर उनका भी नंबर लग जाएगा। जब से बिहार का चुनाव हारकर आए हैं, तब से उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ाया हुआ है। मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर यदि अखिलेश यादव के पुराने ट्वीट उठा लिए जाएं तो वे हर दिन किसी न किसी नए शब्द का प्रयोग करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

