अनूठी पहल : पुलिस आयुक्त ने प्रतियोगी छात्रों को सफलता के दिये टिप्स
- पुलिस अफसरों ने प्रतियोगी छात्रों का मनोबल बढ़ाकर दिये गुरूमंत्र
प्रयागराज, 13 जनवरी (हि.स.)। संगमनगरी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों के उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन के लिए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने आज अनूठी पहल की।
उन्होंने एवं दूसरे पुलिस अफसरों ने पुलिस लाइंस सभागार में प्रतियोगी छात्रों के साथ संवाद के जरिए जहां प्रतियोगी छात्रों को सफलता हासिल करने के टिप्स दिए, वहीं उनका मनोबल बढ़ाने का भी काम किया। अफसरों ने प्रतियोगी छात्रों को एकाग्र होकर, बेहतर प्लानिंग और टाइम मैनेजमेंट के जरिए कामयाबी पाने का गुरुमंत्र दिया। इसके अलावा उन्हें तनावमुक्त रहते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस करने की नसीहत दी।
इस अवसर पर पुलिस अफसरों ने छात्रों के साथ अपने अनुभव भी साझा किए और बताया कि लक्ष्य तक पहुंचने में तमाम बाधाएं भी आती हैं। लेकिन लक्ष्य के लिए अडिग रहने वाले को ही कामयाबी मिलती है। पुलिस अफसरों के अनुभव और टिप्स पाकर प्रतियोगी छात्र काफी खुश नजर आए और उन्होंने पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया कि इस तरह का संवाद कार्यक्रम आगे भी जारी रहना चाहिए।
शनिवार को प्रयागराज पुलिस के आलाधिकारियों ने प्रतियोगी छात्रों से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। पुलिस लाइन में आयोजित छात्रों के साथ पुलिस आयुक्त से लेकर जिले में आये नवागंतुक आईपीएस अफसरों तक ने छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत किया। छात्रों के साथ सवाल जवाब में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, डीसीपी दीपक भूकर, श्रद्धा पांडेय, अभिनव त्यागी, अनंत व एसीपी श्वेताभ पांडेय शामिल रहें।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि हर छात्र के अंदर कुछ न कुछ विशेषता जरुर होती है और उनकी कुछ कमजोरी भी होती है, जिसे जानने की जरूरत हर छात्रों को है। जब छात्र ये जान लेंगे कि उनके अंदर क्या विशेषता है और क्या कमी तो उनकी पढ़ाई की राह आसान हो जाएगी। यूपीएससी की परीक्षा देने से पहले छात्रों को परीक्षा का सिलेबस अच्छे से पढ़ना चाहिए। जिससे उन्हें पता चल जाएगा कि उन्हें क्या और कितना पढ़ना है, इससे उनकी तैयारी बेहतर होगी। उन्होंने छात्रों को बताया कि यूपीएससी और यूपीपीएससी ही हर छात्र की मंजिल नहीं होती, सभी को अपनी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनना चाहिए। क्योंकि आपकी जिस क्षेत्र में रुचि होगी उसी क्षेत्र में आप कार्य करने जाएंगे तो सफलता मिलने की उम्मीद ज्यादा रहती है।
डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने छात्रों को बताया कि असफलता से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है और उसे दूर करके सफलता हासिल करने का रास्ता बनता है। इसलिए असफलता से घबराने की जगह उससे भी हर बार कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करें।
एएसपी पुष्कर वर्मा ने छात्रों के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि सफलता के लिए सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है। क्योंकि इससे कोर्स पूरा करने के साथ ही उसे समझने में भी आसानी होती है। डीसीपी श्रद्धा पांडेय ने छात्रों को बताया कि किसी भी परीक्षा या कोर्स का सिलेबस पूरा करना सभी के लिए सम्भव नहीं होता है, लेकिन आप जितना पढ़ पा रहे हैं वो पूरा होना चाहिए। आप जो पढ़े उस पर आपकी पकड़ पूरी होनी चाहिए। किसी भी छात्र को पढ़ाई का प्रेशर नहीं लेना चाहिए। छात्र मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं तो सफलता उन्हें जरूर मिलती है।
डीसीपी यमुना नगर अभिनव त्यागी ने छात्रों को कभी निराश और हताश न होने की नसीहत दी। छात्रों को बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ ही उन्हें अपने अंदर आत्म विश्वास बनाए रखना चाहिए। असफलता के बाद मिली सफलता अनमोल होती है।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित
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