कवि सुनील सेठ की 'रह गए अवशेष अब किस्से कहानी' पुस्तक का हुआ लोकार्पण
-कविता संग्रह में शहर और गांव की अनेक मीठी व सोंधी यादें : छतिश द्विवेदी
वाराणसी, 23 जुलाई (हि.स.)। कवि सुनील सेठ की कविता संग्रह ‘रह गए अवशेष अब किस्से कहानी’ का लोकार्पण रविवार को पुस्तक के प्रकाशक छतिश द्विवेदी ‘कुंठित’ने किया। भोजूबीर, सरसौली स्थित ‘स्याही प्रकाशन’ के सभागार में आयोजित समारोह में पुस्तक का लोकार्पण कर छतिश द्विवेदी ने कहा कि सुनील सेठ की रचनाएं गांव और शहर के आसपास विचरण करती नजर आती हैं।
कविता संग्रह में शहर और गांव की अनेक मीठी व सोंधी यादें हैं। यह पुस्तक जब भी किसी के हाथ में जाएगी वह पढ़े बगैर रह नहीं सकेगा। कार्यक्रम का शुभारंभ मां वीणा वादिनी के प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात किया गया। विमोचन सभा में मुख्य अतिथि के रूप में प्रकाशक छतिश द्विवेदी ‘कुंठित’, आकाशवाणी वाराणसी के संयोजक दिनेश कुमार सिंह रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. दयाराम विश्वकर्मा ने की। समारोह में आचार्य आलोक द्विवेदी, साहित्यकार हीरालाल मिश्र मधुकर, कवि डाॅ. लियाकत अली ने सुनील सेठ के काव्य संग्रह की जमकर सराहना की। लोकार्पण समारोह में ध्रुव सिंह चौहान, डॉ. ज्योतिभूषण मिश्रा, शिब्बी ममगाई, माधुरी मिश्रा, कंचनलता चतुर्वेदी, डाॅ. नसीमा निशा, खुशी मिश्रा आदि भी उपस्थित रहीं।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप

