प्रधानमंत्री मोदी ने झांसी की महिलाओं को सराहा

WhatsApp Channel Join Now
प्रधानमंत्री मोदी ने झांसी की महिलाओं को सराहा


-जल संकट

से निपटने और जल संरक्षण के प्रयासों के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं के

प्रयासों को सराहा

लखनऊ, 29 सितंबर(हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार

को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए

एक बार फिर उत्तर प्रदेश का जिक्र किया। उन्होंने जल संकट से निपटने में देशभर में

किए जा रहे जल संरक्षण के प्रयासों को लेकर खासतौर पर उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद

का नाम लिया। उन्होंने झांसी की महिलाओं की जमकर तारीफ की, जिन्होंने घुरारी नदी को नया जीवन दिया

और पानी की बर्बादी को रोका। उत्तर प्रदेश और खासकर कभी पानी के लिए तरसने वाले

बुंदेलखंड क्षेत्र के जनपद झांसी में सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं के योगदान को अपने

कार्यक्रम में स्थान देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने

मन की बात कार्यक्रम में कहा कि झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन

दिया है। ये महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) से जुड़ी हैं और उन्होंने जल

सहेली बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। इन महिलाओं ने मृतप्राय हो चुकी घुरारी

नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इन्होंने बोरियों में बालू भरकर

चेकडैम तैयार किया। बारिश का पानी बर्बाद होने से रोका और नदी को पानी से लबालब कर

दिया। इससे इस क्षेत्र के लोगों की पानी की समस्या तो दूर हुई ही, उनके चेहरे पर खुशियां भी लौट आईं।

उन्होंने कहा कि कहीं नारी शक्ति जल शक्ति को बढ़ाती है तो कहीं जल शक्ति भी नारी

शक्ति को मजबूत करती है।

उल्लेखनीय

है कि झांसी के बबीना विकास खंड के सिमरावारी गांव में जल सहेलियों ने यह अनोखी

पहल की थी। उन्होंने घुरारी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 6 दिनों तक श्रमदान किया। बोरियों में

बालू भरकर नदी का पानी रोक कर डैम बनाया और नदी को पानी से लबालब कर दिया। जल

सहेलियों ने केवल एक नदी के पुनर्जीवन का काम ही नहीं किया है, बल्कि इससे उन्होंने समाज को एक

महत्वपूर्ण संदेश भी दिया है। नदी में रोके गए पानी से स्थानीय लोगों को नहाने, जानवरों को पीने का पानी उपलब्ध हो रहा

है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि झांसी ही नहीं, पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में योगी सरकार

ने जल संरक्षण के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं और तमाम चुनौतियों को पीछे

छोड़ते हुए विंध्य और बुंदेलखंड के ज्यादातर परिवारों को पानी के कनेक्शन उपलब्ध

करवाए गए हैं। योगी सरकार हर घर नल से जल योजना में 95 प्रतिशत घरों तक नल से जल की आपूर्ति

सुनिश्चित कर रही है। वहीं, गांवों

में तालाबों का पुनर्निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना और जलाशयों की सफाई जैसे कदम उठाए

गए हैं। इसके अतिरिक्त योगी सरकार प्रदेश में सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को भी

प्रोत्साहित कर रही है।

जल

संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों के चलते जल सहेलियों को प्रदेश सरकार

और केंद्र सरकार पहले भी सम्मानित कर चुकी है। बुंदेलखंड में जल संरक्षण से जुड़े

कार्यों में ये जल सहेलियां सरकार का निरंतर सहयोग कर रही हैं। जल संरक्षण के

प्रति जागरूकता फैलाने का काम भी ये जल सहेलियां कर रही हैं।

जल

संरक्षण के लिए प्रेरणा बनी मातृशक्ति का सीएम योगी ने भी किया अभिनंदन

मुख्यमंत्री

योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का

आभार जताते हुए जल संरक्षण के लिए प्रेरणा बनीं मातृशक्ति का अभिनंदन किया।

उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में जनपद झांसी के

स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा 'जल सहेली' बनकर मृतप्राय घुरारी नदी के संरक्षण

और पुनर्जीवन के प्रयासों का उल्लेख, पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय

है। निश्चित ही इससे जल संरक्षण के कार्यों को नई ऊर्जा प्राप्त होगी। सैकड़ों

जलाशयों के निर्माण में सहयोग कर महिला सशक्तिकरण की अद्भुत प्रतीक बनीं इन 'जल सहेली' महिलाओं ने अनेक चुनौतियों का सामना

करते हुए जल संरक्षण एवं संवर्धन का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। जल

संरक्षण के लिए प्रेरणा बनीं मातृशक्ति का हार्दिक अभिनंदन एवं प्रधानमंत्री का

आभार।'

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story