सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितेन्द्र यादव

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सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितेन्द्र यादव


सीतापुर,4 मई (हि.स.)। लोकसभा धौरहरा अंतर्गत, हरगांव कस्बे में कल रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की होने वाली जनसभा से एक दिन पूर्व भाजपा ने समाजवादी पार्टी के खेमें में सेंध लगाकर दो नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलवाकर समाजवादी पार्टी को झटका दिया है।

जिला भाजपा कार्यालय पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र यादव व सपा नेता संतोष प्रजापति ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा की मौजूदगी में दोनों नेताओं को जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला ने भाजपा का पटका व टोपी पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई। जिला प्रभारी नीरज सिंह व लोकसभा प्रभारी दिनेश तिवारी ने दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा का परिवार मोदी योगी के नेतृत्व में विशाल होता जा रहा है।

इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने कहा कि विपक्षी नेता हमारे नेता नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर निरंतर भाजपा का दामन थाम रहे हैं, विपक्ष को चुनाव में बड़ा झटका लगना तय है । भारतीय जनता पार्टी की बड़े बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है। जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला ने बताया कि एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी का परिवार लगातार बढ़ता जा रहा है वहीं विपक्षी कुनबा सिमट कर नगण्य हो गया है।

यूँ तो पिछले कई दिनों से इन दोनों नेताओ के भाजपा में शामिल होने की चर्चा चल रही थी,मोदी की रैली से एक दिन पूर्व भाजपा ने दोनों को शामिल कर पिछड़े वर्ग के मतदाताओं में एक संदेश देने की कोशिश की है।

भाजपा में शामिल हुए जितेन्द्र यादव व संतोष प्रजापति पिछड़े वर्ग से आते है। जितेंद्र यादव समाजवादी पार्टी से बिसवां विधानसभा से पूर्व विधायक रहे स्वर्गीय रामपाल यादव के पुत्र हैं वे पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं। माना जा रहा है कि जितेंद्र यादव के भाजपा में शामिल होने से बिसवां विधानसभा में सपा के परंपरागत मतदाताओं में भाजपा अपनी पैठ बनाने की कोशिश करेगी।

सपा के दौर में जितेंद्र यादव के पिता स्वर्गीय रामपाल यादव मुलायम व शिवपाल यादव के अति निकट माने जाते थे,प्रदेश में सपा सरकार बनने पर जनपद में रामपाल यादव की तूती बोलती थी.किंतु 2012 में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा सरकार बनने के बाद उनके रिश्ते अखिलेश से मधुर नहीं रहे।

2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट को लेकर उनकी टकराहट अखिलेश से हुई थी स्वर्गीय रामपाल उस समय सपा से अपने बेटे जितेन्द्र को प्रत्याशी बनाना चाहते थे...परंतु उस समय दल बदल में माहिर रहे शिव कुमार गुप्ता (अब भाजपा में) ने अपनी बहू मधु गुप्ता को सपा का अधिकृत प्रत्याशी घोषित करवा दिया था,रामपाल यादव को यह बात अखरी, उन्होंने अपना रसूख,दबदबा कायम रखते हुए अपने पुत्र को निर्दलीय चुनाव लड़वाकर पंचायत अध्यक्ष बनवा दिया था हालांकि बाद में उन्हें इसका काफी बड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ा था।

वहीं संतोष प्रजापति सपा खेमे में पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल के निकट माने जाते हैं वे समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष सहित अन्य कई पदों पर रह चुके हैं। सदस्यता लेने के दौरान भाजपा प्रत्याशी सांसद राजेश वर्मा,विधान परिषद सदस्य पवन सिंह मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ महेश शर्मा/बृजनंदन

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