पांडु नदी से प्राइमरी पाठशाला सहित ग्रामीण क्षेत्र डूबने का खतरा
फतेहपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। जनपद में पांडु नदी का पानी उफान पर आने से कटान की स्थिति बनी हुई है। जिसमें बिंदकी फार्म गांव की प्राइमरी पाठशाला सहित ग्रामीण क्षेत्र के डूबने का खतरा बना हुआ है।
फतेहपुर जनपद में पहले से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। वहीं पांडु नदी का जल किसानों के खेतों में पहुंच गया है। खेतों में सब्जी की फसल पूरी तरह से नष्ट होने की स्थिति में है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र बिंदकी फॉर्म, संदनहा, मल्लू खेड़ा, बड़ा खेड़ा, नया खेड़ा, मदारपुर, रामघाट, बेरी नारी, बनी खेड़ा, दरियापुर, जाड़े का पुरवा आदि में नदी का पानी पहुंच चुका है।
किसान रामचंद्र निषाद ने बताया कि पांडु नदी व गंगा नदी का पानी अब फसलों में चढ़ने लगा है। अगर थोड़ा जल और बढ़ता है तो दो दर्जन गांवों के किसानों के खेतों में पानी भर जाएगा। अधिकतर किसानों ने सब्जी में लौकी, तरोई, कद्दू आदि खरीफ की फसलों को लगा रखा है, जो जल भराव के कारण नष्ट हो रही हैं। वही मिर्च और धान की बेड़ पानी के बढ़ते जल स्तर के कारण जलमग्न हो गई हैं।
बिंदकी के किसानों ने कहा कि हमारे गांव में तो कुछ किसान ऐसे हैं, जो जीवकोपार्जन के लिए सब्जियों पर ही निर्भर है। उनकी फसल जलमग्न होने से रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। गंगा नदी की कटान के चलते बिंदकी फॉर्म गांव के किसानों के जीवन पर असर पड़ता है।
हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र कुमार / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा
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