बहराइच में रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 194 की बचाई गई जान
- अचानक घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से फंस गये थे खेतों में काम कर रहे ग्रामीण
- नेपाल से अचानक पानी छोड़े जाने से घाघरा नदी का बढ़ गया था जलस्तर
- जिला प्रशासन ने रात में ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बचायी ग्रामीणों की जान
- बचाये गये ग्रामीणों में पुरुषों के साथ ही महिलायें एवं बच्चे भी शामिल
लखनऊ/बहराइच, 20 जुलाई: योगी सरकार प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों की लगातार मॉनीटरिंग कर रही है। यहां प्रशासन की ओर से आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद की जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार शाम बहराइच में अचानक नेपाल से छोड़े गये पानी से खेत में काम कर रहे 194 लोग फंस गये। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने रात में ही रेस्क्यू आॅपरेशन चलाकर 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। रेस्क्यू टीम ने बाढ़ में फंसे 63 लोगों को रात में ही सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि 131 लोगों को बचाने के लिए सुबह 9 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। रेस्क्यू में बचाये गये लोगों में पुरुषों के साथ ही बड़ी संख्या में महिलायें और बच्चे भी शामिल रहे। बाढ़ में फंसे लोगों की स्वास्थ्य जांच कराने के बाद सभी को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया गया। इस दौरान सभी को राहत सामग्री भी वितरित की गयी।
बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने को रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि राज्य इमरजेंसी सेंटर को शुक्रवार शाम 6:30 बजे बहराइच में बाढ़ के पानी में सैकड़ों लोगों के फंसे हाेने की सूचना मिली। इस पर मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील और बहराइच जिलाधिकारी मोनिका रानी को सूचना दी गयी। इस पर मंडलायुक्त और जिलाधिकारी आनन फानन में मौके पर पहुंचे। मंडलायुक्त देवी पाटन शशि भूषण लाल सुशील ने बताया कि ग्राम चहलवा परगना धर्मापुर तहसील मिहीपुरवा (मोतीपुर) बहराइच के करीब सौ से अधिक ग्रामीण घाघरा नदी के दूसरी ओर अपने खेतों में काम करने गये थे। इस दौरान घाघरा का जलस्तर कम था। वहीं शाम को नेपाल से अचानक पानी छोड़े जाने से घाघरा का जलस्तर बढ़ गया। इसकी वजह से ग्रामीण अपने खेतों में फंस गये। मामले की सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। यहां जानकारी मिली कि बाढ़ के पानी में करीब 194 ग्रामीण फंसे हैं, जिसमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं की है। बहराइच जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए रात में ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। उन्हाेंने बताया कि एसएसबी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर रात में ही 63 लोगों को बचा लिया, जबकि अन्य 131 लोगों को करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 9 बजे तक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। डीएम ने बताया कि पानी के तेज बहाव और अंधेरे की वजह से देररात में कुछ देर के लिए ऑपरेशन को रोका गया ताकि कोई जनहानि न हो। इसके बाद फिर से रेस्क्यू अॉपरेशन चलाया गया।
मेडिकल चेकअप के बाद सभी को भेजा गया घर
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ में फंसे सभी 194 लोगों का सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके बाद सभी का मेडिकल चेकअप कराने के बाद उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गयी। इसके बाद सभी को वाहनों से उनके गांव में पहुंचाया गया। इस दौरान आपदा से फंसे पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की गयी। इसके साथ ही घाघरा नदी के आस-पास बसे गांव के लोगाें से नदी के पास न जाने की अपील की जा रही है। इसको लेकर गांवों में रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार अलर्ट किया जा रहा है।
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