केजीएमयू में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का हो रहा शोषण
लखनऊ, 02 नवम्बर (हि.स.)। राज्य कर्मचारी संयुक्त कर्मचारी परिषद ने आरोप लगाया है कि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। राज्य कर्मचारी संयुक्त कर्मचारी परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि केजीएमयू में श्रम विभाग के निर्देश के अनुसार संविदा पर कार्यरत कर्मियों को 26 दिवसों में कार्य करने पर पूरे माह का मानदेय प्रदान करने का प्राविधान है। साथ ही उसे साप्ताहिक अवकाश अनुमन्य होंगे । इस संबंध में केजीएमयू के कुलपति व वित्त अधिकारी की सहमति से कुलसचिव की ओर से पूर्व में आदेश भी निर्गत किए गए थे।
उन्होंने कहा कि समस्त शासनादेशों व आदेशों को संज्ञान मे लिए बिना डा. सुरेन्द्र कुमार, फैकल्टी इंचार्ज, ए.आर. के0जी0एम0यू0 लखनऊ के द्वारा पत्र जारी केजीएमयू में विभिन्न सेवा प्रदाता एजेंसियों को बायोमेट्रिक उपस्थिति से ही भुगतान करने हेतु निर्देशित किया गया है । इसके साथ ही कहा गया है कि साप्ताहिक व राजपत्रित अवकाशों का भी वेतन भुगतान नहीं किया जायेगा, जिसके कारण आउटसोर्सिंग के संविदा कर्मचारियों में अत्यधिक आक्रोश व्याप्त है।
वहीं सितंबर माह की बायोमेट्रिक उपस्थित न होने की वजह से पैरामेडिकल सहित कई विभागों में अभी तक वेतन का भुगतान नहीं किया जा गया है। जबकि कर्मचारियों का बायोमेट्रिक उपस्थिति का रजिस्ट्रेशन ही सितंबर माह के अंत में हुआ था।
राज्य कर्मचारी परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री,उप मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि इतने अल्पवेतन भोगी कर्मियों के साथ न्याय करें व केजीएमयू प्रशासन को निर्देशित करें कि सरकार की नीतियों के विपरीत कार्य न करे ।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पदुम नारायण
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