रमना में बने कचरा ट्रीटमेंट प्लांट के विरोध में क्षेत्रीय लोगों ने प्रदर्शन किया
वाराणसी, 28 जुलाई (हि.स.) एनटीपीसी की ओर से रमना लंका में बनाए गए कचरा ट्रीटमेंट प्लांट से उठ रहे धुंआ और बदबू से परेशान क्षेत्रीय लोगों ने रविवार को डाफी मार्ग पर जमकर प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन में शामिल ग्रामीण महिलाओं ने आरोप लगाया कि धुंआ और बदबू से सांस लेना मुश्किल हो गया है। पूरे गावं में बीमारियां बढ़ रही है। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कहा कि प्लांट से निकलने वाले धुएं के कण और बदबू से नैपुरा,रमना, तारापुर, सीर गोवर्धनपुर के लोगों को भी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों के विरोध की जानकारी पर मौके पर लंका पुलिस भी पहुंच गई।
गौरतलब हो कि रमना में कचरे से कोयला बनाने वाला देश का पहला प्लांट बना है। इस प्लांट से प्रतिदिन 600 टन कचरे से 200 टन कोयले का उत्पादन की योजना है। पिछले वर्ष नगर निगम से मिले 200 टन कचरे से पहली बार में 70 टन कोयले का उत्पादन हुआ था। कचरे से कोयला बनाने तक की चार प्रक्रिया है। सबसे पहले नगर निगम से प्राप्त कचरे को अलग-अलग किया जाता है। इसके बाद इसे गरम करके उसकी नमी निकाली जाती है। इस कचरे को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर इसे फिर से गरम किया जाता है। इससे बने पाउडर को कोयले के आकार में ढाला जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / राजेश
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