देश में केवल चार जातियां, इनके उत्थान से मिटेगा भेदभाव : योगी आदित्यनाथ

d
WhatsApp Channel Join Now
 - मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कृषि सेक्टर और किसान हित से जुड़ी उपलब्धियां गिनाईं

 - पहली बार सरकार के एजेंडे का हिस्सा बना है किसान 

- बिना जाति, धर्म और चेहरा देखे 2 करोड़ 62 लाख अन्नदाताओं को दिया जा रहा पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ 

- सपा सरकार ने प्रदेश को मिल रहे 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को लेने से मना कर दिया था

- आज उन्हीं कृषि विज्ञान केंद्रों से बदल रही किसानों की जिंदगी

- श्रीअन्न को दिया गया है बढ़ावा, पूरी दुनिया में बढ़ी है डिमांड

- 75 जनपदों में डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से फसल उत्पादन का आंकलन करने वाला पहला राज्य बना यूपी

- 9 लाख 39 हजार किसानों को जोड़ते हुए 3406 एफपीओ का गठन किया गया

लखनऊ, 01 अगस्त। जाति के मुद्दे पर देश में हो रही राजनीति के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर इस बात को दोहराया है कि जातियां केवल चार ही हैं और अगर इनका उत्थान हुआ तो देश में कहीं भी भेदभाव की स्थिति नहीं आएगी। सीएम योगी गुरुवार को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान अनुपूरक बजट पर सदन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा पहली बार सरकार के एजेंड का हिस्सा किसान बना है। आज किसानों को एमएसपी का पूरा लाभ मिल रहा है। पहली बार स्वायल हेल्थ कार्ड योजना शुरू की गई। अन्नदाताओं को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ बिना जाति, धर्म और चेहरा देखे मिल रहा है। 

कृषि विज्ञान केंद्र बदल रहे किसानों की जिंदगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान, महिला, युवा और गरीब ही चार जातियां हैं। इन चारों के उत्थान के लिए सरकार के स्तर पर प्रयास हुए हैं। इनमें भी किसान और कृषि सेक्टर में बड़े स्तर पर कार्य हुए हैं, जो किसानों के जीवन में परिवर्तन का माध्यम बना है। कृषि विज्ञान केंद्र इसके उदाहरण हैं। सीएम योगी ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2016 में भारत सरकार उत्तर प्रदेश को 20 कृषि विज्ञान केंद्र दे रही थी, तब तत्कालीन सरकार ने उसे नहीं लिया। 2017 में हमारी सरकार बनी, तब हमने कृषि विज्ञान केंद्रों को प्राप्त करते हुए उन्हें सुदृढ़ बनाने का कार्य किया। इन केंद्रों पर आज किसानों को ट्रेनिंग दी जा रही है, डेमोस्ट्रेशन हो रहे हैं, बेहतरीन बीज कैसे मिले, फसल की अच्छी क्वालिटी कैसे हो, कौन सी फसल कब बोई जाए, इसकी जानकारी दी जा रही है। यहां पर लैबोरेट्री की व्यवस्था की गई है। किसानों के उत्पाद की जांच करके उसके सर्टिफिकेशन की व्यवस्था की जा रही है।  

दलहल-तिलहन के उत्पादन में हुई वृद्धि, श्रीअन्न को दिया गया बढ़ावा  
मुख्यमंत्री ने बताया कि बीते 7 साल में दलहन में 36 प्रतिशत और तिलहन में 127 फीसदी की वृद्धि हुई है। हम फसलों के विविधिकरण की दिशा में आगे बढ़े हैं। एग्रोटेक के माध्यम से दलहन तिलहन के साथ ही श्रीअन्न को बढ़ावा दिया गया है। पहले हम इसे मोटा अनाज बताकर चिढ़ाते थे। आज पूरी दुनिया में इसकी डिमांड बढ़ी है। दुनिया कह रही है कि जीवित रहना है तो श्रीअन्न खाओ। आज हर बड़े होटल में श्रीअन्न मिल रहा है। 

डिजिटल क्रॉप सर्वे में यूपी नंबर वन
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 75 जनपदों में डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से फसल उत्पादन का आंकलन करने वाला पहला देश का पहला राज्य यूपी बना है। प्रदेश में 9 लाख 39 हजार किसानों को जोड़ते हुए 3406 एफपीओ का गठन किया गया है। 529 फॉर्म मशीनरी, 472 वेयर हाउस, 100 सीड प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन हम कर रहे है। इन यूनिट्स के माध्यम से वार्षिक टर्न ओवर 629 करोड़ रुपए अर्जित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में दो करोड़ 62 लाख अन्नदाता पीएम किसान सम्मान निधि से लाभान्वित हो रहे हैं। प्रत्येक लाभार्थी किसान को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपए दिये जा रहे हैं।

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story