सावन के तीसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ के अर्धनारीश्वर स्वरूप की झांकी सजेगी
-खास प्रतिपदा तिथि के संयोग में दर्शन पूजन
-श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु
-बैरिकेडिंग में पूरी रात भजन कीर्तन करेंगे
-मंगला आरती के बाद शुरू होगा दर्शन पूजन
वाराणसी, 04 अगस्त (हि.स.)। सावन माह के तीसरे सोमवार की पूर्व संध्या पर रविवार शाम से ही बाबा विश्वनाथ की नगरी शिवमय हो गई है। हर-हर महादेव, बोल—बम के उद्घोष के साथ शिवभक्त श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन के लिए सड़कों पर कतारबद्ध होने लगे हैं। जैसे-जैसे रात ढलेगी कतार लम्बी होती जाएगी। पूरी रात शिवभक्त कतार में भजन कीर्तन करेंगे। भोर में दरबार में मंगला आरती के बाद दर्शन पूजन का सिलसिला अनवरत शुरू होगा।
श्रावण मास के तीसरे सोमवार को दरबार में शाम को बाबा के अर्धनारीश्वर स्वरूप की झांकी सजेगी। सावन के तीसरे सोमवार को बाबा का अर्धनारीश्वर का श्रृंगार सुगंधित फूलों से करने की परंपरा है। यह झांकी अद्भुत और आकर्षक होती है। यह श्रृंगार शाम को श्रृंगार भोग आरती से पूर्व किया जाता है।
गौरतलब हो कि इस बार सावन का तीसरा सोमवार खास संयोग में है। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि भी इस दिन है। ज्योतिषविदों के अनुसार व्यतीपात योग पूर्वांह 10:38 बजे तक है, उसके बाद से वरीयान प्रारंभ हो जाएगा। यह शुभ योग माना जाता है। तीसरे सोमवार को ही अश्लेषा नक्षत्र सुबह से लेकर अपराह्न 03:21 तक है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / राजेश
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