वाराणसी में नशीले पाउडर मेफेड्रोन 'म्यांऊ-म्यांऊ' के साथ वृद्ध तस्कर गिरफ्तार
वाराणसी, 04 मार्च (हि.स.)। एंटी नार्काेटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) और सिगरा पुलिस ने संयुक्त अभियान में कैंट स्टेशन के शिवमंदिर के समीप से 440 ग्राम नशीले पाउडर मेफेड्रोन के साथ एक वृद्ध को गिरफ्तार किया है। बरामद नशीले पाउडर की कीमत ढाई करोड़ रुपये आंकी गई है। नशे की दुनिया में इस पाउडर को ‘म्यांऊ-म्यांऊ’नाम से भी जाना जाता है। सोमवार को गिरफ्तार तस्कर जौनपुर मड़ियाहू के सुभाषपुर पाली निवासी प्रेमचंद तिवारी को मीडिया के सामने पेश किया गया।
डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार ने मीडिया कर्मियों को बताया कि वृद्ध तस्कर के बारे में एएनटीएफ को सूचना मिली थी। टीम ने बीते रविवार की रात सिगरा पुलिस के साथ घेराबंदी कर तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से एक सफेद पन्नी में सफेद पाउडरनुमा मेफेड्रोन लगभग 440 ग्राम,एक मोबाइल और 2260 रुपये बरामद हुआ। पूछताछ में प्रेमचंद तिवारी ने बताया कि वह मुंबई से नशीला पाउडर लेकर जौनपुर आता है। नशीले पाउडर को वह जौनपुर में ही नशे के आदी युवाओं को बेच देता है। इससे उसे अधिक कमाई हो जाती है। तस्कर ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में वह जौनपुर में वर्ष 2021 में पकड़ा गया था और उसे जेल भी हुई थी। जेल से छूटने के बाद पुन:इस धंधे में लग गया। डीसीपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाही की जा रही है।
बताते चले नशे की दुनिया में नशीले पाउडर मेफेड्रोन ‘म्यांऊ-म्यांऊ’ को खतरनाक माना जाता है। नशेड़ी इसे सूंघ, निगल या इंजेक्ट कर लेते है। भारत और चीन में इसे पौधों के लिए सिंथेटिक खाद के तौर पर बनाया जाता है। लेकिन बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल नशे के तौर पर भी किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन
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