आरटीई के तहत चारों लॉटरी में आवंटित 5712 बच्चों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित कराएं निजी स्कूल : डीएम

मुरादाबाद, 29 अप्रैल (हि.स.)। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी निजी स्कूल शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत अपने विद्यालयों में आवंटित हुए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को दाखिला देने में आनाकानी कर रहे हैं। जिसकी शिकायतें जिलाधिकारी के साथ-साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक पहुंच रहीं हैं। जिलाधिकारी ने जिले के सभी निजी स्कूलों के प्रबंधक और प्रधानाचार्यों को पत्र जारी करते हुए कहा है कि आरटीई के तहत चारों लॉटरी में आवंटित सभी 5712 बच्चों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित कराया जाए। आरटीई के तहत बच्चों को प्रवेश न देने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।
नए शैक्षिक सत्र में मुरादाबाद में लगभग 1,100 स्कूलों में 12,000 सीटों पर आवेदन मांगे गए थे। चार चरणों के बाद करीब पांच हजार विद्यार्थियों को सीट आवंटित की गई थी। अप्रैल की शुरुआत से ही स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया की जा रही है। इसके बावजूद स्कूल विद्यार्थियों को दाखिला देने में आनाकानी कर रहे हैं। छात्र का नाम प्रवेश सूची में न होने, छात्र का प्रवेश न लेने, छात्र के प्रवेश के लिए विभाग से कोई पत्र प्राप्त न होने और छात्र का वार्ड और विद्यालय का वार्ड एक न होने और
आय का बहाना बनाकर दाखिला टाल रहे हैं। इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 25 स्कूलों को नोटिस जारी किए थे। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारियों को भी दाखिला सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी स्कूलों की मनमानी नहीं रुक रही है। अब डीएम ने ऐसे सभी स्कूलों को पत्र जारी किया है।
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने मंगलवार को बताया कि मेरे पास शिकायतें आईं हैं कि कुछ विद्यालयों द्वारा अप्रासंगिक कारणों को आधार बनाकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को आरटीई के तहत दाखिला देने से वंचित किया जा रहा है। मैंने निजी स्कूलों को पत्र जारी करके चारों लॉटरी में आवंटित सभी 5712 बच्चों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित कराया जाने के लिए कहा है। बच्चों को प्रवेश न देने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल