उप्र में शीतलहर के साथ होगा नये साल का आगाज
कानपुर, 31 दिसम्बर (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता और हिमालय पर हो रही बर्फबारी से सर्द हवाओं का असर बढ़ रहा है। समूचा उत्तर प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवातों से पर्याप्त नमी होने के चलते धुंध व कोहरा भी भीषण रूप ले रहा है। इस प्रकार नये साल का आगाज उत्तर प्रदेश में शीतलहर के साथ हो रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभों से कुछ जनपदों में हल्की बारिश की भी संभावना है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ को पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
एक कम दबाव का क्षेत्र पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर पर है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभ मंडल स्तर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और अगले 48 घंटों के दौरान एक अच्छी तरह से चिन्हित कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी और बांग्लादेश के आसपास के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश में धुंध व कोहरा के साथ तापमान गिरेगा और शीतलहर की स्थिति बन गई है।
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 16.4 और न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 95 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 76 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 2.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के आसार हैं। प्रातः काल एवं रात्रि के समय ठण्ड और घना कोहरा छाए रहने के आसार है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/दिलीप
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