ग्रेटर नोएडा में इंस्टीट्यूशनल प्लॉट आवंटन की नई स्कीम लायी योगी सरकार, प्रक्रिया शुरू

ग्रेटर नोएडा में इंस्टीट्यूशनल प्लॉट आवंटन की नई स्कीम लायी योगी सरकार, प्रक्रिया शुरू
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ग्रेटर नोएडा में इंस्टीट्यूशनल प्लॉट आवंटन की नई स्कीम लायी योगी सरकार, प्रक्रिया शुरू


लखनऊ, 18 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने ग्रेटर नोएडा में पांच कैटेगरी के इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स की ई-ऑक्शन प्रक्रिया शुरु कर दी है। जेवर एयरपोर्ट से नजदीकी के चलते प्राइम लोकेशन पर स्थित इन प्लॉट्स के आवंटन के जरिए ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 18, 20 व 22 ई में नर्सिंग होम, हॉस्पिटल, मैटरनिटी सेंटर, कॉर्पाेरेट ऑफिस व सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना व संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा।

यीडा द्वारा हाल ही में लॉन्च की गई इस स्कीम में प्लॉट पाने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 1 जनवरी 2024 निर्धारित की गई है तथा 29 फरवरी 2024 को ई-ऑक्शन प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।

प्राइम लोकेशन पर स्थित हैं प्लॉट्स

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट से नजदीकी के चलते ये प्लॉट्स प्राइम लोकेशन पर स्थित हैं तथा स्कीम के जरिए सभी प्लॉट्स को 90 साल के लीज होल्ड पर आवंटित किया जाएगा। प्लॉट आवंटन स्कीम के तहत 1000 स्क्वेयर मीटर से लेकर 10900 स्क्वेयर मीटर के कुल 11 प्लॉट्स के लिए ई-ऑक्शन के जरिए बोली लगने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इन प्लॉट्स का रिजर्व्ड प्राइस 4.75 करोड़ से लेकर 25.95 करोड़ रुपये के बीच रखा गया है तथा आईसीआईसीआई बैंक ई-ऑक्शन प्रक्रिया में बैंकिंग पार्टनर की भूमिका निभा रहा है।

प्रवक्ता ने बताया कि ई-ऑक्शन में भाग लेने के लिए यीडा की आधिकारिक साइट पर 25 हजार रुपये की प्रोसेसिंग फीस जमा करके ब्रोशर डाउनलोड किया जा सकता है। इस स्कीम के जरिए आवंटित होने वाले प्लॉट्स जेवर एयरपोर्ट के साथ ही इंटरनेशनल फिल्म सिटी (नोएडा), एफ-1 मोटोजीपी ट्रैक, मेडिकल डिवाइस पार्क, इलेक्ट्रानिक मैनुफैक्चरिंग क्लस्टर, टाय पार्क से भी निकटता होगी तथा यमुना एक्सप्रेसवे से सटा होगा। इसके अतिरिक्त, प्रस्तावित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से भी इसका संपर्क सुनिश्चित किया जाएगा।

इंस्टीट्यूशंस को करना होगा कई प्रकार की सुविधाओं का विकास

उन्होंने बताया कि प्लॉट आवंटन स्कीम के जरिए जो इंस्टीट्यूशंस आवंटित भूमि पर अपनी इकाई लगाएंगी, उन्हें कई मानकों को सुनिश्चित करना होगा। इसके अतिरिक्त, उन्हें अपनी इकाई में कई प्रकार की नागरिक सुविधाओं का विकास भी करना होगा। स्कीम के जरिए हॉस्पिटल की स्थापना के साथ ही इंस्टीट्यूशंस को मेडिकल ट्रीटमेंट व फैसिलिटीज के साथ एक ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना होगा जिसमें हॉस्पिटल के ट्रीटमेंट सेंटर समेत एटीएम, ऑडिटोरियम, बैंक काउंटर एक्सटेंशन, इनफॉर्मेशन सेंटर, कैंटीन, स्टोर्स, इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर, केमिस्ट शॉप्स, इंटरनेट सेंटर समेत तमाम सुविधाओं का विकास सुनिश्चित करना होगा।

इसी प्रकार, नर्सिंग होम के लिए ट्रीटमेंट सेंटर के साथ क्लीनिकल लैबोरेट्री व केमिस्ट शॉप्स जैसी सुविधाओं का विकास करना होगा। इस प्रकार, कॉर्पाेरेट ऑफिस स्पेस के लिए प्राप्त स्थान पर कॉर्पाेरेट ऑफिस, कॉन्फ्रेंस रूम, सेमिनल हॉल, मल्टीलेवल पार्किंग व ऑडिटोरियम समेत तमाम सहूलियतें तथा सीनियर सेकेंडरी स्कूल इकाई में स्कूल प्रांगण समेत कैंटीन, स्वीमिंग पूल, लाइब्रेरी, लैब्स, इंडोर गेम्स हॉल तथा होस्टल का निर्माण व विकास किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/दिलीप

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