मंडप में टूटा बेटी का सपना, ‘विवाहित’ बताकर सामूहिक विवाह से लौटाया परिवार

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मंडप में टूटा बेटी का सपना, ‘विवाहित’ बताकर सामूहिक विवाह से लौटाया परिवार


मीरजापुर, 16 दिसम्बर (हि.स.)। मड़िहान तहसील के विकास खंड पटेहरा कला क्षेत्र स्थित हिनौता गांव से मंगलवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बेटी की शादी कराने पहुंचे परिवार को मंडप से यह कहकर लौटा दिया गया कि लड़की पहले से विवाहित है। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से परिवार के साथ-साथ प्रशासनिक महकमे में भी हलचल मच गई।

हिनौता गांव निवासी चीनी आदिवासी की पत्नी बटुई ने अपनी पुत्री साधना की शादी के लिए 16 मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आवेदन किया था। सभी औपचारिकताओं के बाद 8 नवम्बर को आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में वर-वधू पक्ष सहित परिवारजन मौके पर पहुंचे। लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने अचानक यह कहकर शादी कराने से इनकार कर दिया कि कन्या पहले से शादीशुदा है। यह सुनते ही परिजन स्तब्ध रह गए। बाद में जानकारी करने पर पता चला कि विकास खंड पटेहरा कला के एक कर्मचारी द्वारा जांच रिपोर्ट में कन्या को विवाहित दर्शा दिया गया है। इसी कथित गलत रिपोर्ट के कारण पात्र होने के बावजूद साधना को योजना से वंचित कर दिया गया।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस मामले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की गई, लेकिन वहां भी बिना समुचित जांच के फर्जी निस्तारण दिखा दिया गया। अब परिवार जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगा रहा है। परिजनों का कहना है कि गलत रिपोर्ट के आधार पर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जो एक गरीब परिवार के साथ घोर अन्याय है।

परिवार ने जिलाधिकारी से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने, गलत रिपोर्ट को निरस्त करने और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी अन्य जरूरतमंद परिवार को इस तरह की पीड़ा न झेलनी पड़े। इस सम्बंध में एडीओ समाज कल्याण शिव मंगल ने प्रथम दृष्टया मामले में ग्राम पंचायत सचिव की लापरवाही की बात कही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

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