मेट्रो यात्रियों के सुखद और सुरक्षित यात्रा के लिए किए गए हैं जरूरी प्रबंध : सुशील कुमार

कानपुर,04 अप्रैल (हि.स.)। कानपुर मेट्रो में यात्रियों के सुखद, सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं। सभी स्टेशन पूरी तरह से बनकर तैयार हैं। सीएमआरएस से एनओसी मिलने पर जल्द से जल्द पांच नए स्टेशनों पर यात्री सेवाएं आरंभ कर दी जाएंगी। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवा विस्तार से शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। शहर के प्रमुख विद्यालय, विश्वविद्यालय, अस्पताल, बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। यह जानकारी शुक्रवार को यूपीएमआरसी प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने दी।
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-एक (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार का शुभारंभ जल्द ही होने की संभावना है। शुरू होने जा रहे सभी पांच स्टेशनों के अंडरग्राउंड होने के बाद भी आपने इनके प्रवेश द्वार के ऊपर या इनके निकट बनी ऊंची इमारत पर जरूर गौर किया होगा। यह इमारत अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन की एन्सलेरी बिल्डिंग यानी अनुषंगी या सहायक इमारत कही जाती है। अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के संचालन में इस इमारत और इसमें रखे उपकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिर चाहे स्टेशनों के अंदर तापमान ठंडा बनाए रखना हो, पानी का प्रबंधन या फिर पावर बैकअप, इस बिल्डिंग में रखे उपकरण स्टेशन के सुचारू संचालन, सुरक्षा और स्वच्छता को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक पांचों अंडरग्राउंड स्टेशनों के एन्सलेरी बिल्डिंग्स, तमाम उपकरणों और प्रणालियों के इंस्टॉल किए जाने के बाद अब यात्री सेवाओं के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
कानपुर मेट्रो स्टेशनों के एन्सलेरी बिल्डिंग में कई महत्वपूर्ण उपकरण और प्रणालियां जैसे, कूलिंग टावर, चिलर प्लांट, पम्प रूम और डीजी रूम स्थापित किए गए हैं। बिल्डिंग के सबसे निचले तल पर चिलर प्लांट और छत पर कूलिंग टावर को स्थापित किया गया है। ये चिलर प्लांट स्टेशन के अंदर की हवा से ऊष्मा को अवशोषित कर उसे कूलिंग टावर के माध्यम से बाहर निकालने का कार्य करते हैं। इससे स्टेशन का तापमान ठंडा और आरामदेह बना रहता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप