एनडीआरएफ ने जिला प्रशासन के साथ किया संयुक्त मॉक अभ्यास
वाराणसी, 07 नवम्बर (हि.स.)। काशी विश्वनाथ धाम के त्र्यंबकेश्वर हॉल में मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से “मुख्यमंत्री बाल तरणवीर कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। एक दिवसीय इस कार्यशाला में एनडीआरएफ के जवानों ने गंगा में डूबने, नाव दुर्घटना में बचाव के लिए जिला प्रशासन के साथ संयुक्त रूप से मॉक अभ्यास किया।
कार्यशाला में 11 एनडीआरफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में गंगा में डूबने से बचाव और नौका दुर्घटना को लेकर टीम ने लेक्चर एवं डेमो दिया। डॉ. पंकज गौरव (एसएमओ) 11 एनडीआरएफ ने डूबने से बचाव और अस्पताल के पूर्व दिए जाने वाले उपचार के बारे में जानकारी दी। टीम ने इसका प्रदर्शन भी किया। इसके बाद ललिता घाट पर डूबने एवं नाव दुर्घटना से बचाव के लिए राम भवन सिंह यादव (उप कमांडेंट )की अगुवाई में एनडीआरएफ की टीम ने मॉक अभ्यास किया।
इसमें नाव के पलटने के बाद डूबते हुए लोगों को रेस्क्यू करके घाट किनारे लाया गया। जहां मेडिकल बेस पर अस्पताल पूर्व उपचार दिया गया। सभी संबंधित हितधारकों, जल पुलिस, एसडीआरएफ, आपदा मित्र, सिविल डिफेन्स और होमगार्ड ने अभ्यास में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
एनडीआरएफ के अफसरों के अनुसार उत्तर प्रदेश में डूबने एवं नाव दुर्घटना को राज्य आपदा घोषित किया गया है। इसकी रोकथाम एवं न्यूनीकरण के लिए एनडीआरफ वाराणसी लगातार ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ संयुक्त रूप से प्रयासरत रहती है। इस दौरान राजेंद्र प्रसाद सदस्य एनडीएमए, संयुक्त सचिव आपदा प्रबंधन गृह मंत्रालय संजीव कुमार जिंदल, राहत आयुक्त नवीन कुमार, परियोजना निदेशक राहत आयुक्त कार्यालय अदिति उमराव, वाराणसी जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ ही राष्ट्रीय अंतर्देशीय जल परिवहन संस्थान के अफसर भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप
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