नमामि गंगे टीम ने सनातन संस्कृति के प्रतीक विश्वनाथ कॉरिडोर की उतारी आरती
—गंगधार से विश्वनाथ दरबार तक नमामि गंगे ने किया शिवार्चन
वाराणसी,13 दिसम्बर(हि.स.)। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दो साल पूरे होने पर बुधवार को नमामि गंगे टीम ने महर्षि योगी विद्याश्रम के वेदपाठी बटुकों के साथ गंगा द्वार पर भव्य कॉरिडोर की आरती उतारी। नमामि गंगे टीम ने ललिता घाट स्थित भव्य गंगा द्वार से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर तक शिवार्चन यात्रा निकाली।
संगठन के काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला की अगुआई में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया। भगवान शिव शंकर के प्रतिरूप संग ढोलक,झाज-मजीरों के ताल पर ॐ नमः शिवाय- हर हर महादेव के गगन भेदी उद्घोष से काशी विश्वनाथ धाम गूंज उठा। डमरूओं की गड़गड़ाहट के बीच माथे पर भस्म की त्रिपुंड लगाए, ॐ अंकित भगवा ध्वज, बटुकों के शंखनाद ने काशी के कंकड़ कंकड़ में शंकर होने का सुखद एहसास किया।
नमामि गंगे टीम ने गंगा द्वार पर स्वच्छता अभियान भी चलाया । संगठन के काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि काशी में प्रवेश करते ही व्यक्ति सभी बंधनों से मुक्त हो जाता है। भगवान शिव शंकर के आशीर्वाद से यहां आते ही एक अलौकिक ऊर्जा हमारी अंतरात्मा को जागृत कर देती है। कहा कि विश्वनाथ धाम का परिसर सिर्फ एक भव्य इमारत नहीं है। यह हमारे भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक है। यह हमारी आध्यात्मिक आत्मा का प्रतीक है। यह भारत की प्राचीनता, परंपरा, भारत की ऊर्जा और गतिशीलता का प्रतीक है। आयोजन में प्रमुख रूप से सरिका गुप्ता, पुष्पलता वर्मा, अनूप जोशी, संजय गुप्ता, मोहित पांडेय, शांतनु मिश्रा व महर्षि योगी विद्याश्रम सिद्धेश्वरी के बटुक शामिल रहे ।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण
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