वाराणसी में भारत और रूस की प्रगाढ़ दोस्ती के लिए आरती कर बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से प्रार्थना
वाराणसी,5 दिसंबर ( हि.स. )। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पारंपरिक , मजबूत और विश्वसनीय भारत-रूस दोस्ती को लेकर लोगों में भी जबरदस्त उत्साह है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिखर वार्ता के बीच शुक्रवार को दोनों देशों के प्रगाढ़ संबंध के लिए नमामि गंगे ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर मां गंगा की आरती उतारी और भारत-रूस के बहुमुखी व द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के लिए श्री काशी विश्वनाथ से गुहार लगाई।
भारत-रूस के राष्ट्रीय ध्वज एवं प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तस्वीरें लेकर नमामि गंगे टीम के साथ लोगों ने बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से प्रार्थना की। गंगा आरती और पूजन के बाद नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि मोदी- पुतिन की मुलाकात रिश्तो की नई इबारत लिखेगी। शिखर वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन कट्टरवाद, उग्रवाद, सीमा पार आतंकवाद और वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे । इस बात पर भी चर्चा करेंगे कि वैश्विक साझेदारी को कैसे समृद्ध किया जा सकता है।
राजेश शुक्ला ने कहा कि दोनों नेता द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने, सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने, स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने पर भी चर्चा करेंगे। उद्योग संबंधों के माध्यम से उभरती प्रौद्योगिकियों में नए रास्ते तलाशेंगे। हमने मां गंगा से आशीर्वाद माँगा है की भारत और अमेरिका की द्विपक्षीय वार्ता प्रत्येक मुद्दे पर प्रगाढ़ और मजबूत रहे। आयोजन में डॉ कमलेश कुमार, संतोष शर्मा, नितेश कुमार, चंद्रशेखर शर्मा, विश्वजीत त्रिपाठी, शांभवी मिश्रा आदि ने भी भागीदारी की।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

